अप्रैल,18,2024
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इंडो-नेपाल सीमा से माल आवाजाही में आएगी रफ्तार, जोगबनी-बिराटनगर ICP शुरु

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Image result for जोगबनी-विराटनगर एकीकृत जांच चौकी (आईसीटी) का शुभारंभदिल्ली, देशज न्यूज। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा, नेपाल के चहुंमुखी विकास में उसकी प्राथमिकता के मुताबिक भारत एक विश्वसनीय साझेदार की भूमिका अदा करता रहा है। प्रधानमंत्री मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दोनों देशों की सीमा से माल की आवाजाही को सुचारु बनाने के लिए जोगबनी-बिराटनगर एकीकृत जांच चौकी (आईसीपी) का शुभारंभ किया। यह दूसरा आईसीपी है। पहला आईसीपी रक्सौल-बीरगंज में 2018 में बनाया गया था।

इस अवसर पर दोनों नेताओं ने यह उम्मीद जताई, आने वाले दिनों में भारत-नेपाल के बीच और भी सुविधाएं शुरू की जाएंगी। मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि  ‘पड़ोसी प्रथम’ उनकी सरकार की प्राथमिकता रही है और सीमा पार संपर्क को बढ़ाना इस नीति का एक प्रमुख उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी मित्र देशों के साथ आवागमन को सरल और सुचारु बनाने और भारत के साथ व्यापार, संस्कृति, शिक्षा, इत्यादि क्षेत्रों में संपर्क को और सुगम बनाने के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है।

नेपाल के साथ भारत के मजबूत संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत-नेपाल के  संबंध सिर्फ पड़ोसियों के ही नहीं हैं। इतिहास और भूगोल ने हमें प्रकृति, परिवार, भाषा, संस्कृति, प्रगति और न जाने कितने धागों से जोड़ा है। इसलिए हम दोनों देशों के बीच अच्छे यातायात संपर्क माध्यम हमारे जीवन को और नजदीक से जोड़ता है और हमारे दिलों के बीच नए रास्ते खोलता है।

मोदी ने कहा, पिछले पांच महीनों में हम दूसरी बार दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय परियोजनाओं का उद्घाटन वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा कर रहे हैं। यह भारत-नेपाल संबंधों के विस्तार और तेज विकास का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल कई सीमापार कनेक्टिविटी परियोजनाएं जैसे रोड, रेल और पारेषण लाइनों पर काम कर रहे हैं।

इंडो-नेपाल सीमा से माल आवाजाही में आएगी रफ्तार, जोगबनी-बिराटनगर ICP शुरु
इंडो-नेपाल सीमा से माल आवाजाही में आएगी रफ्तार, जोगबनी-बिराटनगर ICP शुरु

इसके अलावा, दोनों नेताओं ने वर्ष 2015 में नेपाल में आए भूकंप के बाद घरों के पुनर्निमाण की परियोजना के प्रगति की भी समीक्षा की। मोदी ने कहा कि यह बहुत संतोष का विषय है कि भारत-नेपाल सहयोग के अंतर्गत पचास हज़ार में से पैतालीस हज़ार घरों का निर्माण हो चुका है। हमारी आशा है कि बाकी घरों का निर्माण भी शीघ्र पूरा होगा। और इन घरों को नेपाली भाइयों और बहनों को जल्दी ही समर्पित किया जा सकेगा।

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