मधुबनी,देशज टाइम्स ब्यूरो। इन दिनों मधुबनी जिलाधिकारी व कर्मचारियों के बीच सब ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। यही कारण है कि शुक्रवार को कर्मचारी संघ के सचिव गणपति झा के नेतृत्व में समाहरणालय परिसर में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए कर्मचारियों व पदाधिकारियों की एक आपातकालीन बैठक आयोजित हुई।
बैठक में बताया गया कि 6 मई को एनआईसी के वीडियो कांफ्रेंसिंग हाॅल में अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त व पुलिस अधीक्षक आदि पदाधिकारी के समक्ष जिलाधिकारी की ओर से जिला आपदा प्रबंधक शाखा मधुबनी के लिपिक सह अराजपत्रित कर्मचारी संघ के सहायक जिला सचिव रमन प्रसाद सिंह को कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए Sawan Sanitary, jawahar Road Muzaffarpur की ओर से आपूर्ति किए गए सोडियम हाईपोक्लोराईटड सोल्यूशन के व में दिए गए विपत्र के भुगतान के संबंध में अनावश्यक आरोप लगाते हुए अपमानजनिक शब्दों से सम्बोधित करते हुए संबंधित आपूर्तिकर्ता को तुरंत भुगतान करने का दबाव दिया गया।
संबंधित आपूर्तिकर्ता की ओर से कम्प्यूटर जेनरेटेड जीएसटी विपत्र नही दिया गया है। फिर भी डीएम के दबाव के कारण विपत्र पारित कर भुगतान हेतु भेज दिया गया है। कोरोना के बीच कर्मचारी व पदाधिकारी दिन रात पीड़ित मानवता की सेवा में तत्पर हैं। ऐसे में, सब को मिलकर काम करना चाहिए न कि किसी कर्मचारी या पदाधिकारी को प्रताड़ित,अपमानित या दंडित कर उनके मनोबल को कमजोर करना है।
सबों ने सर्वसम्मति से कर्मचारियों ने इस घटना की निंदा की है। अगर जल्द वार्ता कर मामले का हल नही निकाला गया तो कर्मचारी संघ बाघ्य होकर आगे की रणनीति तय करने के लिए स्वतंत्र हैं। इधर इस संबंध में कर्मचारी संघ ने एक लिखित आवेदन जिलाधिकारी को दिया है।