कुशेश्वरस्थान पूर्वी रिपोर्टर, बिरौल अनुमंडल डेस्क देशज टाइम्स। बाढ़ के कारण प्रखंड क्षेत्र के दस पंचायत पानी से पूरी तरह घिर चुका है। साथ ही इलाके के प्रत्येक गांंव टापू में तब्दील हो चुका है। (kusheshwarasthan ke 10 panchyat tapoo me)
आलम है, बिना नाव के लोगों को घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। हालांकि जिन्हें मौका मिल रहा है व अपने घर के अंदर सामग्री आदि लेकर बााहर सुरक्षित स्थानों पर रख रहे हैं।(kusheshwarasthan ke 10 panchyat tapoo me)
इस बाढ़ ने लोगों को वर्ष 1987 का याद ताजा कर दिया है। इसी बीच कमला बलान के पश्चिमी तटबंध से पूर्वी भाग में बसे ईटहर, उसरी,उजुआ सिमरटोका व तिलकेश्वर पंचायत के लिए अच्छी खबर मिल रही है।
जिसमें इस क्षेत्र से गुजरने वाली कमला, कोसी नदियों के जलस्तर मे कमी आना शुरू हो गया है।(kusheshwarasthan ke 10 panchyat tapoo me)जबकि तटबंध के पश्चिमी भाग में बसे कुशेश्वरस्थान उत्तरी व दक्षिणी, भिंडूआ आदि पंचायतों से गुजरने वाली करेह नदी के जल स्तर मे लगातार वृद्धि होने से इस क्षेत्र के लोगों के दिलों में भय की स्थिति बनी हुई है।
दूसरी ओर, कुशेश्वरस्थान थाना में लगभग दो फीट पानी जमा हो गया। पुलिस कर्मी थाना के अभिलेखों को ऊंचे स्थानों पर स्थांतरित कर रहे हैं।सीओ त्रिवेणी प्रसाद ने देशज टाइम्स को बताया कि बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव मदद किया जा रहा है।(kusheshwarasthan ke 10 panchyat tapoo me)
सरकारी स्तर पर 67 नाव परिचालन किया जा रहा है। 5 जगहों पर समुदायिक किचेन चलाई जा रही है। 170 विस्थापितों के बीच पॉलिथीन सीट का वितरण किया गया है।(kusheshwarasthan ke 10 panchyat tapoo me)