अप्रैल,26,2024
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Pegasus पर राज्य सभा में रार, जमकर हंगामा, IT मंत्री के हाथ से पेपर छीन TMC MP ने फाड़ा

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मुख्य बातें

  • राज्यसभा में जिस वक्त आईटी मंत्री अश्वनी वैष्णव कथित पेगासस जासूसी मामले पर बयान दे रहे थे, उस वक्त तृणमूल कांग्रेस सदस्यों विरोध में हंगामा करते हुए पन्ने फाड़े
  • अन्य सदस्यों ने अलग-अलग मुद्दों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया
  • कुछ सदस्य अपने स्थान से आगे भी आ गए
  • नायडू ने सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की
  • हंगामे के बीच उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि कुछ सदस्य नहीं चाहते कि सदन में लोगों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाए
  • सदन में व्यवस्था बनते न देख उन्होंने बैठक शुरू होने के महज दो मिनट के भीतर ही कार्यवाही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी
  • इसके बाद भी सदस्यों का हंगामा जारी रहा. सदन में हंगामा थमते न देख, उपसभापति ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी
  • सुबह, सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए.
  • इसी दौरान कांग्रेस सदस्य दिग्विजय सिंह ने मीडिया समूह दैनिक भास्कर के विभिन्न परिसरों पर आयकर विभाग के छापों का मुद्दा उठाने का प्रयास किया
  • वहीं तृणमूल कांग्रेस सदस्यों ने कथित जासूसी से जुड़ा मुद्दा उठाने का प्रयास किया
  •  सभापति ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी और कहा कि किसी भी मुद्दे को उठाने के लिए आसन की अनुमति की जरूरत होती है
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नई दिल्ली: राज्य सभा की कार्यवाही गुरुवार को दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई, क्योंकि विपक्षी सदस्यों ने पेगासस प्रोजेक्ट (Pegasus), किसानों के विरोध और मीडिया घरानों पर छापे पर चर्चा के लिए कार्य को स्थगित करने की मांग की।

 

 

दोपहर 2 बजे जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई दो संक्षिप्त स्थगन के बाद, विपक्षी सदस्यों ने पेगासस मुद्दे पर आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव को सदन में बयान देने नहीं दिया. इस दौरान नौबत हाथापाई तक पहुंच गई. तृणमूल कांग्रेस सांसद शांतनु सेन ने IT मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से पेपर लेकर फाड़ दिया।

 

 

संसद के मानसून सत्र के पहले दिन से विपक्षी दलों ने संसद के दोनों सदनों में पेगासस मुद्दे समेत कुछ अन्य मुद्दों पर हंगामा जारी है. आज भी वैष्णव ने उच्च सदन में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच ही यह बयान देना शुरू किया. जब वह बयान दे रहे थे तब आसन के समक्ष आ कर हंगामा कर रहे तृणमूल कांग्रेस सांसद शांतनु सेन ने IT मंत्री से रिपोर्ट छीनकर फाड़ दी और हवा में उछाली. हंगामे की वजह से वैष्णव अपना बयान पूरा पढ़ नहीं पाए और उन्होंने इसे सदन के पटल पर रख दिया।

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‘भारतीय लोकतंत्र की छवि धूमिल करने का प्रयास’

IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इजराइली स्पाईवेयर पेगासस (Pegasus) के जरिये भारतीयों की कथित जासूसी करने संबंधी खबरों को सिरे से खारिज करते हुए राज्य सभा में कहा कि संसद के मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session) से ठीक पहले ऐसी रिपोर्ट का प्रकाशित होना कोई संयोग नहीं है बल्कि ये आरोप भारतीय लोकतंत्र की छवि को धूमिल करने का प्रयास हैं. उच्च सदन में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच, एक बयान में वैष्णव ने कहा कि जब देश में नियंत्रण एवं निगरानी की व्यवस्था पहले से है तब अनधिकृत व्यक्ति द्वारा अवैध तरीके से निगरानी संभव नहीं है।

ये सदन में गुंडागर्दी है’

वहीं राज्य सभा सांसद स्वपन दास गुप्ता इस घटना को पूरी तरह से अनुचित बताया है. उन्होंने कहा कि जब IT मंत्री बयान दे रहे थे तो उसके बाद आपको उनसे सवाल करने का अधिकार था, लेकिन बहस के लिए जाने के बजाय क्या हम सदन के अंदर इस तरह की गुंडागर्दी करेंगे? यह पूरी तरह से सभी नियमों के खिलाफ है, मुझे लगता है कि इसकी निंदा की जानी चाहिए. समाजवादी पार्टी रामगोपाल यादव ने कहा, हमने किसानों की समस्या को लेकर नोटिस दिया था और टीएमसी के लोगों ने पेगासस पर नोटिस दिया था और इसी पर हंगामा हो गया।

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‘भारत को बदनाम करने की कोशिश’

वहीं केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, आज टीएमसी सांसद ने जो किया है वो बहुत ही शर्मनाक है. पेगासस पर उन्होंने कहा, कुछ येलो पेजेज से येलो जर्नलिज्म करने वालों की ये कहानी है. उन्होंने कहा, भारत में कभी भी टैपिंग होती है तो वो आतंकियों और अपराधियों की होती है और एक प्रोटोकॉल के तहत किया जाता है. भारत को बदनाम करने की ये कोशिश है. उन्होंने कहा, जनता की निजता की सुरक्षा को लेकर भारत सरकार सीरियस है. उन्होंने कहा, सरकार कुछ महत्वपूर्ण बिल लाने वाली है जिसके चलते सदन को नहीं चलने दिया जा रहा है।

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