पटना। बिहार के लगभग सभी जिलों में छह मई तक आंधी-पानी के साथ आकाशीय बिजली गिरने के आसार हैं। आंधी 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आने की संभावना है। तराई वाले क्षेत्र और पूर्वी बिहार में अगले 24 घंटे में तेज बारिश का पूर्वानुमान है। शेष भागों में भी गरज के साथ बारिश की स्थिति बनी रहेगी।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मौसम में बदलाव की मुख्य वजह बिहार में काल वैशाखी की वजह से उठने वाले तूफान हैं। ये बादल गहरे, लंबे और संवहनीय होते हैं तो पश्चिम से पूर्व की ओर गरज तड़क के साथ बरसते हुए आगे की ओर बढ़ते हैं। प्रदेश में मल्टी वेदर सिस्टम भी सक्रिय हो गया है, जिनमें चक्रवातीय दबाव, पश्चिमी विक्षोभ, दक्षिण पश्चिम से ओर आने वाली हवा और बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवा एक साथ प्रभावी हैं। चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र लगातार बदल रहा है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश से बिहार तो अभी मध्यप्रदेश के उत्तर पश्चिम भाग में अवस्थित है। इस चक्रवातीय क्षेत्र से निम्न दबाव की रेखा बिहार होते हुए मणिपुर की तक फैली है। इसके प्रभाव से आंधी और पानी की यह स्थिति बनी है।
पिछले दो दिनों में राज्य में कुछ जगहों पर आंशिक तो कहीं मध्यम बारिश हुई। एक मई को सबसे ज्यादा बारिश किशनगंज जिले के बहादुरगंज में 52 मिलीमीटर, ठाकुरगंज में 35 मिमी बारिश हुई, जबकि अररिया में 19 मिलीमीटर, त्रिवेणीगंज में 13 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। पिछले 24 घंटे में बलरामपुर 12 मिमी, ठाकुरगंज एवं सोनबरसा 11 मिमी, जबकि सुरसंड में 10 मिमी बारिश हुई। बारिश की इस स्थिति से सूबे के शहरों का पारा तेजी से नीचे आया है।