मार्च,28,2024
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निर्मली-झंझारपुर तक 15 अगस्त से पहले सिग्नल लिंक-इंटरलॉकिंग का काम हो जाएगा पूरा, सितंबर से सहरसा से ललित ग्राम के बीच दौंड़ेंगी ट्रेनें

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समस्तीपुर डीआरएम ने मधेपुरा रेल इंजन कारखाना का किया निरीक्षण

सहरसा। समस्तीपुर मंडल रेल प्रबंधक अशोक माहेश्वरी ने मंगलवार को मधेपुरा रेल इंजन फैक्ट्री का निरीक्षण किया। इससे पहले वे स्पेशल सैलून से (samastipur-drm-inspected-madhepura-rail-engine-factory) सहरसा पहुंचे।

डीआरएम अशोक महेश्वरी ने कहा कि मधेपुरा से पूर्णिया तक के बीच विद्युतीकरण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।फाउंडेशन का काम लगभग पूरा हो चुका है। डिजाइन भी लगभग तैयार है। सेक्शन में 300 मास्ट लगाया गया है। अक्टूबर 2020 का लक्ष्य था। लेकिन कोविड-19 से देरी हुई है। दिसंबर अंत तक विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो सकेगा। वर्ष 2021 तक सहरसा पूर्णिया के बीच विद्युत इंजन से ट्रेन चलेगी।

डीआरएम ने कहा कि मधेपुरा रेल इंजन फैक्ट्री से संबंधित यार्ड में काम चल रहा है। वर्तमान में जो फैक्ट्री से इंजन निकलती है। उसकी कनेक्टिविटी के लिए जो प्लान तैयार किया गया था। उसके मुताबिक कार्स नहीं हो रहा जिससे लोको के शंटिंग और ऑपरेशन में काफी समय लगता है। मधेपुरा फैक्ट्री के अंतिम तक कनेक्टिविटी करनी है। इसमें सिगनलिंग और इंजीनियरिंग का कार्य रेल मंडल को ही करना है।इससे संबंधित कार्य की जांच की जाएगी जो काम अधूरा है युद्ध स्तर पर करने का निर्देश जारी किया जाएगा।

यात्रियों की मांग को देखते हुए डीआरएम ने कहा कि रात में जनहित एक्सप्रेस दोनों तरफ से चले इसके लिए आज ही मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी जाएगी। डीआरएम ने कहा कि कई ट्रेनों के परिचालन का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है। धीरे धीरे ट्रेन पटरी पर लौट रही है। रेगुलर होते ही सभी ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा। डीआरएम ने कहा कि राघोपुर से ललित ग्राम तक ट्रैक लिंकिंग का काम पूरा हो चुका है।निर्मली-झंझारपुर तक 15 अगस्त से पहले सिग्नल लिंक-इंटरलॉकिंग का काम हो जाएगा पूरा, सितंबर से सहरसा से ललित ग्राम के बीच दौंड़ेंगी ट्रेनेंइसके अलावा निर्मली झंझारपुर तक 15 अगस्त से पहले सिग्नल लिंक और इंटरलॉकिंग का काम पूरा हो जाएगा। दोनों नए रेलखंड पर ट्रायल रन सफल पूर्वक पूरा हो चुका है। सीआरएस के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। एक से डेढ़ महीना के अंदर दोनों नई रेल खंड पर सीआरएस निरीक्षण होने की उम्मीद है। मानसून को लेकर थोड़ी दिक्कत आ रही है। सीआरएस का अप्रूवल मिलते सितंबर माह से सहरसा से ललित ग्राम के बीच ट्रेन दौड़ेगी।

इसके अलावा सीआरएस निरीक्षण बाद सहरसा से निर्मली झंझारपुर होते हुए दरभंगा तक ट्रेन दौड़ेगी।इसके अलावा सहरसा से राघोपुर तक के बीच विद्युतीकरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। राघोपुर में इंटरलॉकिंग का काम चल रहा है। डीआरएम ने कहा कि कोविड-19 वजह से जो आपदा आयी उसे अवसर में बदलेंगे। डीआरएम ने कहा कि सेकंड फेज में कोविड-19 जैसी आपदा आयी उसमें कई रेलवे के विकास कार्य प्रभावित हुए। ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होने से वेल्डिंग कटिंग का काम प्रभावित हुआ। रॉ मैटेरियल भी समय पर नहीं पहुंच सका।लेकिन वर्क प्रोजेक्ट का जो भी टारगेट है अधिक से अधिक लेबल लगाकर काम समय पर पूरा किया जाएगा।

सहरसा जंक्शन पहुंचे डीआरएम अशोक महेश्वरी के अलावा सीनियर डी ई एन कोआर्डिनेशन आरएन झा, सीनियर डी ई ई आशुतोष झा, सीनियर डीएसटी राहुल देव, ए एस टी संजीव कुमार, सहायक मंडल इंजीनियर मनोज कुमार, स्टेशन अधीक्षक रमेश कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर पंकज कुमार प्रसाद सहित कई अधिकारी शामिल थे।

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