पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के संबंध में प्रस्तावित विधेयक का प्रस्तुतीकरण के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि स्पोर्टस यूनिवर्सिटी में नामांकन में न्यूनतम एक तिहाई सीट छात्राओं के लिए आरक्षित की जाए। इससे स्पोर्ट्स की तरफ छात्रायें और अधिक प्रेरित होंगी और उनकी संख्या भी बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के संबंध में प्रस्तावित विधेयक पर विस्तृत जानकारी दी गयी है। इसके कुछ बिन्दुओं पर और गहन विचार- विमर्श करने की आवश्यकता है।उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि शीघ्र ही इस पर गहन विचार-विमर्श एवं स्थल भ्रमण कर पुनः प्रस्तुत किया जाय।
उन्होंने कहा कि जब से हमलोगों को काम करने का मौका मिला है, विकास के कई कार्य करने के साथ-साथ खेलों को प्रोत्साहित करने के लिये भी कई कदम उठाये गये हैं। राजगीर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम बनाया जा रहा है। राजगीर में स्पोर्ट्स एकेडमी का निर्माण कराया जा रहा है, जहां खेलों में अभिरूचि रखने वाले छात्रों को प्रशिक्षित किया जायेगा और स्पोर्ट्स के विभिन्न आयामों की जानकारी दी जायेगी।
स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी स्थापित हो जाने से राज्य में खेलों को काफी बढ़ावा मिलेगा और छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण दिया जा सकेगा।
इससे पहले कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की अपर मुख्य सचिव वंदना किनी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बिहार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी एक्ट-2021 के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।