पटना। बजट सत्र के दौरान बिहार विधानसभा में विधायकों की पिटाई में बड़ा एक्शन हुआ है। विधानसभा अध्यक्ष ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश देने के बाद अब बड़ी कार्रवाई की है।
जानकारी के अनुसार, विधायकों के साथ मारपीट में दो कर्मियों पर सीधी कार्रवाई की गई है। बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया था. विधानसभा अध्यक्ष ने सरकार को निर्देश दिया था कि वह विधायकों के साथ मारपीट करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को चिन्हित कर उन पर एक्शन ले। अब विधान मंडल का मानसून सत्र 26 जुलाई से शुरू होने वाला है। इसके ठीक पहले दोषी कर्मियों पर बड़ी कार्रवाई हुई है।
देशज टाइम्स के पाठकों को याद होगा, 23 मार्च को बिहार विधानसभा में सरकार की तरफ से जब विधेयक पेश किया जा रहा था, इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया था। यह मामला इतना तूल पकड़ा, तेजस्वी यादव ने विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही की मांग करते हुए यहां तक कह डाला था कि अगर एक्शन नहीं होता है तो वह सदन में कदम नहीं रखेंगे। हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही जब स्थगित कर दी गई। विपक्षी सदस्यों ने स्पीकर विजय कुमार सिन्हा को उनके कक्ष में ही बंधक बना लिया था।
इसके बाद बाहर से पुलिस बल और प्रशासन के लोग बुलाए गए थे। बाहर से आए प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मियों ने बल प्रयोग करते हुए विधायकों को जबरन बाहर निकाला था। इस दौरान लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली तस्वीरें सामने आई थी। कांग्रेस के विधायक संतोष मिश्रा को लात जूतों से पीटा गया था। इसके अलावा अन्य विधायकों को भी पिटाई करते हुए बाहर निकाला गया था।
अध्यक्ष सिन्हा ने कहा कि जिसने जनप्रतिनिधियों के साथ दुर्व्यवहार किया वैसे अफसरों को चिन्हित कर कार्रवाई की गई है। बता दें कि पिछले बजट सत्र के दौरान 23 मार्च को विधानसभा में विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के बीच अध्यक्ष ने पटना डीएम-एसपी को बुला लिया था।
इस दौरान सदन में पुलिस की इंट्री हुई थी। बाहर से आये अधिकारियों ने अध्यक्ष का घेराव कर रहे विपक्षी विधायकों की पिटाई की थी। वीडियो सामने आने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने जांच के आदेश दिए थे।
तीन महीने बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पत्र लिखकर विस अध्यक्ष से सवाल पूछा था। उन्होंने कहा था कि इतने दिन बाद भी विधायकों की पिटाई करने वाले अधिकारियों पर क्या कार्रवाई हुई। ऐसे में मॉनसून सत्र में सदन में जाने से विपक्षी विधायक डर रहे हैं। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने तेजस्वी के पत्र का जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि किसी विधायक को सदन में आने से डरने की जरूरत नहीं है,गलत वाले डरेंगे।