पटना। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जय सिंह ने बांका, बेगूसराय, खगड़िया, लखीसराय, जहानाबाद, शिवहर, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, सीतामढ़ी, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, पश्चिम चंपारण, जमुई, मुंगेर एवं नालंदा के बंदोबस्त पदाधिकारी को पत्र भेजा है।पत्र के मुताबिक इन जिलों के 130 अंचलों में जल्द ही भूमि सर्वेक्षण का काम शुरू होगा।
निदेशक जय सिंह ने विशेष सर्वेक्षण के लिए चयनित अंचलों के अतिरिक्त अन्य जिलों में विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त शिविर गठन करने का आदेश दिया है।बारिश की वजह से सर्वे कर्मियों को टेबल वर्क का काम दिया गया है। सरकार ने अपने पत्र में कहा है कि राज्य के 20 जिलों में विशेष सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ किया गया है।
इस आदेश के आलोक में नव नियोजित विशेष सर्वेक्षण कर्मियों की उपलब्धता के आधार पर 20 जिलों के कुल 220 अंचलों में से 90 अंचलों में 207 शिविर गठन कर विशेष सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ किया गया है।
शिविर में बरसात एवं बाढ़ के कारण कुछ महीनों तक विशेष सर्वेक्षण का कार्य बनाए रखना संभव नहीं हो पा रहा. इस स्थिति में ऐसे शिविरों में पदस्थापित कर्मियों से शेष अंचलों में सर्वेक्षण पूर्व गतिविधि के अंतर्गत की जाने वाली कार्रवाई संपादित कराई जाये। निदेशक ने बंदोबस्त पदाधिकारी को निर्देशित किया है कि इन अंचलों में सरकारी भूमि से संबंधित विवरणी को संग्रहित करें।
जिला स्तर पर सभी अंचलों में शिविर गठित करें। शिविर गठित करते समय कई बिंदुओं पर ध्यान देने की जरूरत बताई गई है। प्रत्येक शिविर में 20-25 राजस्व ग्रामों को रखा जाए।शिविर का मुख्यालय सुविधाजनक स्थान पर हो। शिविर अंतर्गत ग्रामों की सीमा भौगोलिक रूप से आपस में संबद्ध हो।
शिविर में सम्मिलित प्रत्येक राजस्व ग्राम का नाम एवं थाना नंबर स्पष्ट हो। शिविर के लिए चयनित ग्राम उससे संबंधित अंचल के अंतर्गत अवस्थित हो। किसी दूसरे अंचल में सम्मिलित करना प्रशासनिक एवं सर्वेक्षण के दृष्टिकोण से गलत होगा।
शिविर गठन करते समय जिलों के लिए की गई राज्य स्तरीय अधिसूचना के आलोक में नगर निकायों के क्षेत्र एवं और सर्वेक्षक भूमि टोपो लैंड को छोड़कर केवल ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ किया जाए। (15 dircitic 130 anchal land aquattion work)