मधुबनी। पेगासस जासूसी मामले में सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में जांच एवं केन्द्रीय गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष प्रो शीतलाम्बर झा के नेतृत्व में धरना दिया। धरने को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष श्री झा ने कहा कि इजरायली जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस की मदद से कांग्रेस पुर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित अन्य भारतीय नेताओं,न्यायधीशों,पत्रकारों,नागरिक अधिकारों के लिए सक्रिय कार्यकत्र्ताओं सहित 121 प्रमुख भारतीय लोगों के फोन टैपिंग विवाद में केन्द्र सरकार की संलिप्तता देश की आंतरिक सुरक्षा के साथ गंभीर अपराधिक मामला है।
उन्होने कहा कि इजरायली एनएसओ कम्पनी द्वारा विकसित पेगासस सॉफ्टवेयर की मदद से भारतीय सरकार विपक्ष के नेताओं जिनमें कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी और उनके कार्यालय तक का फोन टैप करवाए जाने की बात सामने आयी है। देश की आंतरिक सुरक्षा को विदेशी कम्पनी के हाथों गिरवी रखने वाला यह कुकृत्य है।
इस कृत्य को सीधे सीधे नागरिक अधिकारों से जोड़कर देखा जाना चाहिए,साथ ही ये निजता के हनन का मामला है। किसी भी लोकतांत्रिक देश में तानाशाही रवैये के साथ प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री द्वारा अपने ही देश के प्रमुख नागरिकों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाना बेहद ही गलत काम है। इस कम्पनी की नीतियों के अनुसार इस सॉफ्टवेयर को केवल देश की चयनित सरकारों और उनकी एजेंसियों को ही बिक्री के लिए उपलब्ध कराया गया है।
सिटीजन रिपोर्ट में बताया गया है कि एमटीएनएल जैसी राष्ट्रीय सम्प्रभुता के टेलीफोन और इंटरनेट प्रदाता कम्पनी तक को इस सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से नियंत्रित किया गया। तथा उसके चयनित उपभोक्ताओं पर नजर रखी गयी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सशंकित है कि उनकी भी जासूसी की जा रही है। उन्हें इस बात का भय निश्चित तौर पर है कि उन्हें ही सहयोगी उनकी जासूसी करवा रहे है। इन मुद्दों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंप है।
तथा गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग किया है। सभा में प्रफुल्ल चन्द्र झा,ललन कुमार झा,अनुरंजन सिंह,बैद्यनाथ झा,कुसुम कांत झा,अनिल चंद्र झा,मीना देवी,पितांबर मिश्र,सुरेश चंद्र झा,मुकेश कुमार पप्पू,ज्योति रमन झा,जय कुमार झा,अब्दुल देयान हाशमी,अबूबकर,मो शमशेर,फैजान अहमद एवं मो साबिर हुसैन समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे।