मधुबनी। मधुबनी जिले में एक ऐसा थाना है, जहां पर प्रतिनियुक्त चौकीदार थाने में पदस्थापित पुलिस पदाधिकारी की डयूटी बजाते हैं। जी हां! मधुबनी जिला मुख्यालय के नगर थाने में 10 वर्षों से प्रतिनियुक्त चौकीदार ही पुलिस पदाधिकरी को ओडी डयूटी से लेकर पुलिस गश्ती तक का कार्य देते हैं।
नगर थाना मधुबनी का आलम यह है कि अगर किसी को प्राथमिकी दर्ज कराने या फिर सनहा कराने के लिए आवेदन लेकर नगर थाना आना होता है, तो उन्हे नगर थाने में वर्षो से प्रतिनियुक्त चाैकीदार जागेश्वर पासवान का दर्शन किए बिना आगे की कार्रवाई नामुकिन होती है। वैसे थानों में मामला दर्ज करने व अन्य कागजी कार्य के लिए मुंसी की नियुक्ति जरूर है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो जिले के ज्यादातर थानों में प्रतिनियुक्त चौकीदारों की ओर से ही थाने में सिरिस्ता कार्य से लेकर विधि व्यवस्था एवं पुलिस पदाधिकारियों को डयूटी तक के कार्य का जिम्मा मुंसी कार्य पर प्रतिनियुक्त चौकीदार पर रहता है। यही कारण है कि विभिन्न थानों में मुंसी कार्य को देख रहे स्थानीय चौकीदार के रहने के कारण ससयम पर प्राथमिकी दर्ज नही हो पाती है। क्योंकि इसकी सही जानकारी थानाध्यक्ष को उस समय तक नही दी जाती है, जबतक थाने में प्रतिनियुक्त चौकीदारों की ओर से मामला दर्ज से लेकर पास्पोर्ट जांच में कथित तौर पर लेनदेन का डील नही होता है।
इसके बाद ही थानाध्यक्ष को जानकारी दी जाती है। वैसे नगर थाना मधुबनी में मुंसी का कार्य देखने के लिए मुकेश शर्मा की नियुक्ति है। मुकेश शर्मा की नियुक्ति मुंसी के पद पर जरूर है। परंतु मुंसी का कार्य थाने में प्रतिनियुक्त चौकीदार जागेश्वर ही देखते आ रहे हैं। करीब दस वर्षो से नगर थाने में जागेश्वर की प्रतिनियुक्ति है।
वे रहिका प्रखंड क्षेत्र के ग्राम बसुआरा के चौकीदार अपने पिता बैधनाथ पासवान की जगह पर कार्य कर रहे हैं। इन 10 वर्षो में नगर थाना मधुबनी में कितने थानादारों को तबादला हुआ। लेकिन नगर थाने में प्रतिनियुक्त चौकीदार जागेश्वर पासवान थाने में जमे हुए हैं। बतौर मुंसी का कार्य निभा रहे हैं। इधर, सदर एसडीपीओ कामनि बाला ने देशज टाइम्स को बताया कि नगर थाने में मुंसी के तौर पर मुकेश शर्मा की नियुक्ति है। अगर उनके स्थान पर चौकीदार जागेश्वर से कार्य लिया जा रहा है, तो वह गलत है। अगर ऐसा है,तो उसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।