पटना/किशनगंज। पश्चिम बंगाल की सीमा पर स्थित बिहार के किशनगंज जिले के इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार की पीट-पीटकर हत्या के मामले में पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। साथ ही मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में सर्किल इंस्पेक्टर मनीष कुमार सहित सात पुलिसकर्मियों को आईजी के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है।
किशनगंज के एसपी कुमार आशीष ने पत्रकार वार्ता में यहां रविवार को बताया कि पकड़े गए आरोपितों में फिरोज आलम, उसका पिता इस्रराइल, मां सहीनुर खातुन, भाई अबुजार आलम और अब्दुल मलिक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि फिरोज इस घटना का मुख्य आरोपित है।
इस मामले में बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी से बात की है। बंगाल के डीजीपी ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। पुलिस मुख्यालय के मुताबिक इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार के परिजनों को अनुग्रह अनुदान, सेवांत लाभ और एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बिहार पुलिस ने मारे गए इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है।
उल्लेखनीय है कि किशनगंज से सटे पश्चिम बंगाल के ग्वालपोखर थाना क्षेत्र अंतर्गत पंतापाड़ा गांव में शनिवार तड़ते तीन बजे बाइक चोरी मामले में छापेमारी करने गयी पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया था। हमले में किशनगंज टाउन थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की मौत हो गई थी। अश्विनी कुमार 94 बैच के दारोगा थे। वे पूर्णिया जिले के बनमनखी प्रखंड के जानकीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत पांचू मंडल टोला के रहने वाले थे। बाद में उनकी इंस्पेक्टर पद पर प्रोन्नति हुई थी।