डीएम ने ऐसे डॉक्टराें के एक दिन का वेतन काटने का डीपीएम को दिया आदेश
गोपालगंज। गोपालगंज समाहरणालय के सभा कक्ष में सोमवार को डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी एवं एसपी आंनद कुमार की अध्यक्षता में कोविड-19 आपदा प्रबंधन की समीक्षात्मक बैठक हुई।
इसमें डीएम ने कहा कि रोस्टर के अनुसार एएनएम अपनी ड्यूटी पर नहीं आ रही हैं। डीएम ने सदर एसडीओ को इसकी जांच कर अनुपस्थित रहने वाली एएनएम से स्पष्टीकरण की मांग करने का आदेश दिया। इसके साथ ही डीएम ने कहा कि समीक्षा में पाया गया कि सदर अस्पताल में कल रात में चिकित्सक ड्यूटी से गायब थे।
काफी प्रयास के बाद वे काम पर लौटे। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने डीपीएम से स्पष्टीकरण पूछते हुए एक दिन के वेतन की कटौती करने का आदेश दिया। उन्होंने बैठक में कहा कि उनकी अनुपस्थिति से असहज स्थिति का सामना करना पड़ा एवं राष्ट्रीय आपदा की घड़ी में उनकी अनुपस्थिति से राहत कार्य बाधित हुआ है जो अमानवीय है।
इसके साथ उन्होंने यह आदेश दिया है कि ओपीडी एवं इमरजेंसी में प्रतिनियुक्त चिकित्सक एवं पारा मेडिकल कर्मियों की रोस्टरवार सूची जिला गोपानीय शाखा को उपलब्ध कराएं। उन्होंनेे कोविड़-19 से मृत व्यक्तियों के शव को उठाने के लिए उचित राशि के आधार पर मजदूर उपलब्ध कराने का आदेश दिया।
मरीजों के परिजनों ने आरोप लगाया कि सदर अस्पताल में कुव्यवस्था और डॉक्टराें की लापरवाही से मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो पास रहा है। इस बीच सिविल सर्जन से बात करने के लिए लगातार फोन किया जा रहा है लेकिन वे फोन उठाते ही नहीं हैं जबकि मरीजों की समस्या को डीएम और एसडीओ लगातार सुन रहे हैं।
इमरजेंसी वार्ड में अपनी मां को दिखाने आए अशोक कुमार ने बताया कि 17 बार सिविल सर्जन के नंबर पर फोन किया है लेकिन उन्होंने एक बार भी फोन को नहीं उठाया। इस संबंध में सिविल सर्जन डाॅ योगेन्द्र महतो से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि आप ही बताएं किसका-किसका फाेन उठाते चलें।