मार्च,29,2024
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गया में अधिवक्ताओं ने फिजिकल कोर्ट पर रोक और वर्चुअल कोर्ट के आदेश का विरोध, कहा- नहीं करेंगे वर्चुअल कोर्ट, किया बहिष्कार, विरोध में जुलूस, कोर्ट के बाहर किया सड़क जाम

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गया। गया बार एसोसिएशन के सदस्यों ने गया व्यवहार न्यायालय में वर्चुअल कोर्ट में सुनवाई के आदेश का विरोध किया है। गया बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ओम प्रकाश, सचिव हिंमाशु कुमार, पूर्व सचिव राजन प्रसाद,अनिल कुमार एवं अन्य के नेतृत्व में वर्चुअल कोर्ट का बहिष्कार शुक्रवार को अधिवक्ताओं ने किया।

 

 

 

 

गया सहित पूरे बिहार में कोरोनावायरस के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए शुक्रवार से गया कोर्ट में आम आदमी के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी।दूसरी ओर शुक्रवार को कोर्ट पहुंचे अधिवक्ताओं को बताया गया कि फिजीकल कोर्ट पर रोक लगा दिया गया है। गया बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के अतिरिक्त अजय कुमार वर्मा, जुगल किशोर, शशि शेखर, मनोज कुमार,अनिल सिन्हा, अजित कुमार, राजेंद्र प्रसाद,बनवारी प्रसाद, कमलेश कुमार,निर्भय सिंह एवं अन्य अधिवक्ताओं ने फिजिकल कोर्ट पर रोक और वर्चुअल कोर्ट के आदेश का विरोध करते हुए कोर्ट का बहिष्कार कर दिया।कोर्ट परिसर में विरोध में जुलूस निकाला और कोर्ट के बाहर सड़क को जाम कर दिया।
सूचना पर सिविल लाइंस थानाध्यक्ष के एसएचओ जफर इमाम के नेतृत्व में पुलिसकर्मी पहुंचे। विरोध- प्रदर्शन के बाद गया बार एसोसिएशन की आपात बैठक हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि कोई भी सदस्य वर्चुअल कोर्ट में उपस्थित नहीं होंगे। क्योंकि अधिकांश सदस्यों के पास कोर्ट से वर्चुअल संपर्क करने की सुविधा नहीं है।इसलिए वर्चुअल कोर्ट के फैसले पर कोर्ट को फिर विचार करना चाहिए।फिलहाल शारीरिक और वर्चुअल कोर्ट को लेकर संशय है। शुक्रवार को काफी संख्या में संबंधित केस के पैरवीकार कोर्ट पहुंचे हुए थे। उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने कोर्ट परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया। गया बार एसोसिएशन के सदस्यों के आंदोलन की सूचना मिलने के बाद गया केंद्रीय कारागार प्रशासन ने शुक्रवार को विभिन्न अदालतों में लंबित मामलों में बंदियों को उपस्थापित नहीं कराया। ऐसे में जेल में बंद वैसे कैदी कोर्ट नहीं आए। जिनकी तिथि पर हाजिरी होनी थी।
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