मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित शहिद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में उस समय हड़कंप मच गया जब दो विचाराधीन बंदी रस्सी के सहारे जेल से भागने का पूरा प्लान रच लिया था। इस प्रकरण में जेल में बंद तीन अन्य बंदी भी शामिल थे, जो दोनों को भागने में मदद कर रहे थे। हालांकि जेल प्रशासन की मुस्तैदी ने जेल परिसर के अंदर ही अपने वार्ड से भागे दोनों बंदियों को पकड़ लिया।Fraud on the information of two prisoners escaping from jail
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक जैसे ही बंदियों की भागने की सूचना जिले के बड़े अधिकारियों के पास पहुंची वैसे ही पूरे जेल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। मौके पर मिठनपुरा थाना बेला थाना नगर डीएसपी एसडीओ पूर्वी सहित कई अधिकारी पहुंच गए। लेकिन तब तक दोनों बंदी को पकड़ लिया गया।
पूरे मामले पर पूछे जाने पर एसडीओ पूर्वी कुंदन कुमार ने कहा कि दो विचाराधीन बंदी के साथ अन्य तीन बंदियों की सहायता से जेल से रस्सी के सहारे निकल गया था, लेकिन जेल प्रिमिसेज के अंदर ही पकड़ लिया गया। इस पूरे घटना में पांच बंदियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। साथ ही साथ यह जांच किया जा रहा है कि इन सभी के पीछे और कोई बंदियों का हाथ तो नहीं है, जो भी दोषी होंगे उनके ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी।Fraud on the information of two prisoners escaping from jail
जेल अधीक्षक राजीव कुमार सिंह ने सोमवार को हमारे मुजफ्फरपुर संवाददाता को बताया कि जेल के प्रभारी उच्च कक्षपाल हरेन्द्र शर्मा से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं उच्च कक्षपाल सह दफा प्रभारी नरेद्र सिंह, सहित चार कक्षपाल को आज निलंबित कर दिया गया है।Fraud on the information of two prisoners escaping from jail