दरभंगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दरभंगा ने महिला प्रौद्योगिकी संस्थान (डब्ल्यूआईटी) के मूल रूप को यथावत रहने देने के संदर्भ में पूर्व में दिए गए विभिन्न जनप्रतिनिधियों के पत्र को संज्ञान में लेते हुए जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा से उनके आवास अररिया संग्राम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश सह मंत्री पूजा कश्यप के नेतृत्व में गुरुवार को वार्ता किया।
वार्ता के क्रम में शिष्टमंडल द्वा मंत्री संजय कुमार झा को बतलाया गया कि महिला प्रोद्योगिकी संस्थान संपूर्ण बिहार में एकमात्र तकनीकी शिक्षण संस्थान है, इसकी मूल अवधारणा महिला सशक्तिकरण है। निवर्तमान छात्र संघ महासचिव प्रीति कुमारी ने कहा कि यह महिला प्रौद्योगिकी संस्थान सुदूर ग्रामीण छात्राओं के लिए उत्साह वर्धन का काम विगत 16 वर्षों से करता आ रहा है।
इसके पीछे भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, पदम विभूषित महान वैज्ञानिक स्व. डॉ मानस बिहारी वर्मा सरीखे दृष्टा का सोच है कि ग्रामीण अंचल की छात्राओं के बीच उच्च तकनीकी शिक्षा का भी ज्ञान अर्जन हो। लेकिन विश्वविद्यालय आज तक इस तकनीकी शिक्षण संस्थान के बारे में किसी को जानकारी नहीं होने दिया, ना विज्ञापन निकाला, ना कभी अभिभावक के साथ बैठक किया, ना इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने की व्यवस्था की, ना गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की व्यवस्था की। तो यह महिला तकनीकी संस्थान कैसे आकर्षण का केंद्र बनेगा। इस दिशा में पहल करने करना निश्चित रूप से ही आवश्यक है।
नगर कार्यसमिति सदस्य डोली कुमारी ने कहा कि बिहार के एकमात्र महिला प्रौद्योगिकी संस्थान को को-एजुकेशन में तब्दील करना महिला सशक्तिकरण के मुहिम में बाधक सिद्ध होगा। मंत्री संजय झा ने भी इस सकारात्मक वार्ता पर त्वरित संज्ञान लेते हुए शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी से दूरभाष पर आग्रह किया कि इस मामले पर विचार करना आवश्यक है।
चूंकि यह नारी सशक्तिकरण का मामला है। साथ ही बिहार में महिला सशक्तिकरण के नाम पर एकमात्र तकनीकी शिक्षण संस्थान जो कि महिला के नाम पर स्थापित है, जिसके उद्घाटन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गरिमामय उपस्थिति रही थी और आज इसका बंद होना चाहे को-एजुकेशन में परिवर्तन होना और महिला शब्द को विलोपित करना महिला सशक्तिकरण में बाधक सिद्ध होगा। शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया कि मैं इस मामले को मुख्यमंत्री के सामने भी रखूंगा। मुख्यमंत्री महिला शिक्षा के बढ़ावा के लिए हमेशा अग्रसर रहते हैं।
वार्ता के क्रम में प्रतिनिधि मंडल में विभाग संयोजक सुमित सिंह, जिला संयोजक सह ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व महासचिव उत्सव पराशर, अनुपम आनंद भी उपस्थित थे।