दरभंगा। मैथिली के वयोवृद्ध साहित्यकार पं चन्द्रनाथ मिश्र अमर का बृहस्पतिवार की रात उनके मिश्रटोला स्थित निवास पर निधन हो गया। 99 वर्षीय पं चन्द्रनाथ मिश्र अमर मैथिली साहित्य के ऐसे अनमोल हस्ताक्षर थे, जिन्हें साहित्य अकादमी ने अकादमी पुरस्कार से नवाजा था। रभंगा सदर प्रखंड के खनका चक अवस्थित मिश्रटोला में उनके निवास स्थान पर हो गया। वे 96 वर्ष के थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अन्य गणमान्य एवं उनके चाहने वाले उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े।
आज,जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम ने मैथिली के मूर्धन्य साहित्यकार और ख्यातिप्राप्त शिक्षाविद पंडित चंद्रनाथ मिश्र अमर जी के निधन पर अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की गई है। जिलाधिकारी ने मिश्र टोला, खानका चौक स्थित उनके आवास पर जाकर उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने कहा कि स्वर्गीय अमर जी का निधन मिथिला एवं मैथिली भाषा एवं साहित्य के लिए अपूरणीय क्षति है। जिलाधिकारी ने दिवंगत आत्मा की चिरशांति तथा उनके परिजनों को दु:ख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की ।
उल्लेखनीय है कि दिवंगत पंडित चंद्रनाथ मिश्र अमर एमएलए अकेडमी प्लस टू हाई स्कूल में शिक्षक के पद पर अपना योगदान दिया था एवं वहीं से 1981 में वे वहीं से सेवानिवृत्त हुए थे।
स्व. अमर जी को 1983 में साहित्य अकादमी पुरस्कार एवं 1998 में साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके साथ ही वे साहित्य अकादमी के फेलो भी रहे। इसके अलावा साहित्य क्षेत्र के दर्जनों अन्य पुरस्कार से भी वे सम्मानित किए जा चुके हैं। उनके निधन से साहित्य जगत को अपूरणीय क्षति हुई है।
इससे पहले, पं चन्द्रनाथ मिश्र अमर के निधन की सूचना मिलते ही विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने उनके आवास पर पहुंचकर संस्थान की ओर से श्रद्धा सुमन अर्पित किया। मौके पर अपने शोक संदेश में उन्होंने पं चन्द्रनाथ मिश्र अमर के निधन को मैथिली साहित्य जगत के लिए अपूर्णीय क्षति बताते हुए कहा कि वे मैथिली के मूर्धन्य साहित्यकारों में से एक थे।
मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा ने कहा कि उनके निधन से मैथिली साहित्य के एक युग का अंत हो गया। वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा, प्रो. जीवकांत मिश्र, डाॅ. महेन्द्र नारायण राम, प्रवीण कुमार झा, एमएलएसएम कॉलेज के मैथिली विभागाध्यक्ष डॉ. रमेश झा, डॉ. गणेश कांत झा, एमएमटीएम कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. उदय कांत मिश्र, प्रो चंद्रशेखर झा बूढ़ा भाई, विनोद कुमार झा, चंद्र मोहन झा पड़वा, प्रो. विजयकांत झा, आशीष कुमार, चंदन सिंह आदि ने भी उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।