दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। सोमवार को मिथिला स्टूडेंट यूनियन के खिलाफ किए गए कथित फर्जी एफआईआर को लेकर एमएसयू ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर #SUSPEND_LNMU_REGISTRAR पोस्ट ट्रेंड करवाया।
यह ट्रेंड लगभग 11 हजार ट्वीट्स से ज्यादा के साथ बिहार का नंबर 1 ट्रेंड बना रहा इस बाबत एमएसयू विश्वविद्यालय इकाई के सदस्यों ने कहा कुलसचिव ने अपने तानासाही के कारण छात्र हित में आवाज उठाने वाले छात्रों पर मुकदमा करवाया हैं जिस व्यक्ति पर पहले से भ्रष्टाचार का मामला हो करोड़ों रुपया गबन करने का मामला हो वो आज हमारे संगठन पर सवाल खड़ा कर रहा हैं हमें उपद्रवी और अराजक तत्व कहा जा रहा हैं झूठा मामला लगभग 5 दर्जन छात्रों पर किया गया क्या छात्र हित में आवाज़ उठाने का अंजाम एफआईआर होता हैं।
कोरोना महामारी को देखते हुए एक तरफ सीबीएसई जो बिना परीक्षा छात्रों को पास कर रहा हैं वहीं दूसरी तरफ एलएनएमयू जो बिना पढ़ाई सिलेबस पूरा किये परीक्षा लेता हैं और छात्रों को कम नंबर फ़ैल व प्रमोटेड कर देता हैं क्या 30 हजार छात्रों के लिए आवाज उठाना गलत हैं हम शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन कर रहे थे लेकिन कुलसचिव को यह बात रास नही आया और झूठा मुकदमा हमलोगो पर दर्ज करवाया इससे पूर्व भी बीएड फीस बढ़ोतरी होने पर आंदोलन कर रहे छात्रों पर भी इनके द्वारा झूठा मुकदमा दर्ज करवाया गया था इनके छोटे से कार्यकाल में सैकड़ों छात्रों पर एफआईआर करना यह तानासाही रवैया नही तो और क्या हैं।
यहां के कुलसचिव खाकी वर्दी वाले के दम पर छात्रों पर दमनकारी नीति अपना रहा हैं छात्र आंदोलन समाप्त करने की साजिश रची जा रही हैं अगर एक सप्ताह के अंदर कुलसचिव मुकदमा वापस नही लेते हैं तथा छात्रों से माफ़ी नही मांगते हैं तो संगठन उनके मुँह पर कालिख पोतने का भी काम करेगा इस बात की घोषणा पूर्व में ही किया जा चूका हैं।
कहा एक साजिश के तहत विश्वविद्यालय को बंद किया ताकि छात्र आंदोलन ना कर सके लेकिन विश्वविद्यालय बंद होने से हमारे आंदोलन को बंद नही किया जा सकता यह बात उन्हें अब समझ आएगा हमने अपनी बात दूर तक पहुंचाने के लिए ट्विटर का सहारा लिया आज पुरे बिहार में हमारा ट्वीट नंबर 1 पर ट्रेंड कर रहा हैं ट्विटर पर कुलसचिव के खिलाफ विभिन्न कल्लजो में पूर्व में किये गए करोड़ो रुपया का गबन का मामला चारो तरफ से शेयर किया जा रहा था ट्विटर पर एक छात्र ने लिखा जिनको पहले गबन के मामले में प्रधानाचार्य से हटाया गया उन्हें वापस विश्वविद्यालय का कुलसचिव कैसे बना दिया गया यह समझ नही आ रहा हैं #SUSPEND_LNMU_REGISTRAR एक छात्र ने लिखा तानाशाही से विश्वविद्यालय नहीं चलाया जा सकता।
वहींं सैकड़ों पोस्टर कुलसचिव को बर्खास्त करने के लिए ट्वीट किया गया। दिन के 11 बजे से 2 बजे तक ट्वीट का समय रखा गया गया था जहाँ सेकड़ो छात्रों ने मिलकर इसे बिहार का नंबर 1 ट्रेंड बनाने का काम किया। एमएसयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश भारद्वाज भी इस मुहीम में शामिल होते हुए कुलसचिव को बर्खास्त करने के लिए ट्वीट किया हैं।
एमएसयू के छात्रों ने कहा हम यहाँ के राज्यपाल,मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से मांग करते हैं की कुलसचिव के खिलाफ कारवाई करते हुए इन्हे तत्काल विश्वविद्यालय कुलसचिव पद से पदमुक्त किया जाए कोरोना महामारी को देखते हुए पार्ट 1 और पार्ट 2 के सभी फ़ैल व प्रमोटेड छात्रों को पास किया जाए अगर हमारी मांगो पर कारवाई नहीं होता हैं तो विश्वविद्यालय खुलने के बाद मिथिला स्टूडेंट यूनियन विश्वविद्यालय में जोरदार आंदोलन करेगा जिसकी गूंज राज भवन तक जाएगा। कुलसचिव के खिलाफ नए स्तर से मोर्चा खोला जाएगा।
मिथिला स्टूडेंट यूनियन के विश्वविद्यालय प्रभारी अमन सक्सेना ने बताया, इस मुहिम में पूर्व विवि अध्यक्ष सागर नवदिया विवि अध्यक्ष अमित कुमार ठाकुर संगठन मंत्री दिवाकर मिश्रा जिलाध्यक्ष अभिषेक कुमार झा आदित्य मिश्रा अभिषेक कुमार झा जय प्रकाश झा गौरव झा नारायण मिश्रा सुशांत कुमार गौतम झा, सुधांशु कुमार, ऋषि कुमार, गोविन्द झा आशीष झा,शिवेंद्र वत्स प्रियरंजन पांडे नेहा झा अनिश चौधरी नीरज भारद्वाज राघवेंद्र रमण किशन झा विकाश झा सुधांशु प्रज्ञा प्रियंका अनुज कुमार आदि छात्र शामिल रहे।