पटना। दरभंगा रेलवे स्टेशन पर बम ब्लास्ट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इसको लेकर अब इंडियन मुजाहिद्दिन के कनेक्शन की पड़ताल की को लेकर मांग उठ रहे हैं वहीं अब तक इस मामले में कोई ठोस कनेक्शन या परिणाम सामने नहीं आया है।
हालांकि जांच अभी भी पूरी तेजी से जारी है। संभावना है कि दरभंगा ब्लास्ट केस केंद्रीय जांच एजेंसी एनआइए को सौंपने को लेकर भी यूपी एटीएस और बिहार एटीएस के बीच चर्चा होगी। इसको लेकर मामले की जांच करने के लिए यूपी एटीएस की टीम पटना पहुंच चुकी है। यह टीम बिहार एटीएस की टीम के साथ आज बैठक करेगी। पार्सल ब्लास्ट मामले में अब तक के अनुसंधान और मिले साक्ष्य के आधार पर आगे जांच की रणनीति तय की जाएगी।
जानकारी के अनुसार, मामले की फॉरेंसिक साइंस लैब की जांच पूरी हो चुकी है। इस जांच के बाद एफएसएल ने बिहार एटीएस को जांच रिपोर्ट भी सौंप दी है। इसमें केमिकल विस्फोटक के इस्तेमाल की बात कही गई है। यह एक केमिकल बम था जो कपड़े की गांठ में और पार्सल स्टेशन पर उतर जाने की वजह से बड़ा विस्फोट नहीं हुआ। बता दें कि दरभंगा जंक्शन पर कपड़े की एक गांठ में विस्फोट हुआ था। यह पार्सल तेलंगाना के सिकंदराबाद स्टेशन से बुक हुआ था, जिसे दरभंगा में मो. सुफियान नाम के व्यक्ति को डिलीवर किया जाना था।
इस मामले की तफ्तीश जारी है, लेकिन अब तक कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया है। इसको लेकर बिहार एटीएस की टीम अब तेलंगाना चीफ से भी बात करेंगी। बताया जा रहा है कि सिकंदराबाद में मौजूद यूपी एटीएस और तेलंगाना एटीएस के हाथ कई अहम जानकारी और साक्ष्य लगी है। संभावना है कि अगले एक से दो दिनों में एमएचए के आदेश पर ब्लास्ट जांच का जिम्मा एनआइए को सुपुर्द किया जा सकता है।