दरभंगा। नीट में ओबीसी आरक्षण खत्म करने वाली केंद्र सरकार के खिलाफ आइसा-इनौस के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को मिर्जापुर से आक्रोशपूर्ण मार्च निकाला जो दरभंगा टॉवर पर जाकर सभा में तब्दील हो गया।
इस दौरान छात्र-नौजवानों ने आरक्षण विरोधी केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोशपूर्ण नारेबाजी किया। सभा को संबोधित करते हुए आइसा के कार्यकारी महासचिव प्रसेनजित कुमार ने कहा कि एक चौंकाने वाला घटनाक्रम में यह पता चला है कि मोदी सरकार ने देश भर में चार साल की अवधि के भीतर एनईईटी (राष्ट्रीय पात्रता और प्रवेश परीक्षा) के माध्यम से ओबीसी श्रेणी से संबंधित 11,000 से अधिक उम्मीदवारों को प्रवेश प्रक्रिया से वंचित कर दिया।
एनईईटी एमबीबीएस और बीडीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक देशव्यापी परीक्षा है। कानूनी घोषणाओं के बावजूद भाजपा सरकार ओबीसी आरक्षण को लागू करने में ढिलाई बरत रही है। जो सीधे तौर पर सामाजिक न्याय की हत्या है। सामाजिक न्याय पंसद करने वाले छात्र-युवा इसको बर्दाश्त नहीं करेगें, अगर अविलंब केंद्र की सरकार नीट में ओबीसी आरक्षण लागू नहीं करती है तो इसके खिलाफ राष्ट्रव्यापी जनआंदोलन खड़ा होगा।
आइसा के राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि वर्तमान समय में आरएसएस-भाजपा की आरक्षण विरोधी नीतियों के खिलाफ छात्र-युवाओं को एकजुट होना होगा।
आइसा राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य सह जिला अध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा कि ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ अदर बैकवर्ड क्लास एम्प्लॉइज वेलफेयर एसोसिएशन ने बताया किस चार साल की अवधि में पोस्ट ग्रेजुएट और अंडर ग्रेजुएट मेडिकल कोर्स में क्रमशः 7,307 सीटें और 3,207 ओबीसी कैटेगरी की सीटें खत्म हो गईं। पीजी डेंटल और अंडरग्रेजुएट डेंटल कोर्स में क्रमश: 262 सीटें और ओबीसी कैटेगरी के लिए 251 सीटें गंवा दी गईं।
प्रतिवाद मार्च में मयंक यादव, विशाल मांझी, संदीप कुमार, राजू कर्ण, आइसा नेत्री ओणम कुमारी, सबा रौशनी, आइसा नगर अध्यक्ष रोहित कुमार, मोहम्मद शहाबुद्दीन, दिलीप कुमार यादव, शम्स तबरेज, मुकेश कुमार, पिंटू कुमार, मोहम्मद इन्तकाब, दिवाकर कुमार, एआईएसएफ जिला अध्यक्ष शशि कुमार सिंह सहित दर्जनों लोग शामिल थे।