पूर्व सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट के समुचित विकास में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाधक हैं। युवराज और मुख्यमंत्री एक दूसरे को क्रेडिट देने- दिलाने की महज टेबुल पॉलिटिक्स कर मिथिला के लोगों की आँखो में धूल झोंक रहे हैं। राज्य सरकार के अधीन भूमि अधिग्रहण के मामले को अब तक कागजों पर सिमटा कर रखना इसका प्रमाण है।
श्री आजाद ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मुख्यमंत्री को दरभंगा एयरपोर्ट के विकास में कोई दिलचस्पी नहीं थी। जिस प्रकार पूर्णिया एयरपोर्ट के विकास के लिए आज तक कोई पहल शुरू नहीं हो पाया।
उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में मिथिला क्षेत्र के 20 सांसदों की मांग पर प्रधानमंत्री ने दरभंगा से हवाई सेवा प्रारंभ करने की सहमति प्रदान की। इसके बाद ही मंथर गति से कार्य आरंभ हुई। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट का शिलान्यास के समय से ही राजनीति हो रही है। जन्म नहीं हुआ और उसका नामकरण सहानुभूति बटोरने के लिए कर दिया गया। जबकि आज तक नागरिक उड्डयन मंत्रालय विधिवत नामांकन की घोषणा नहीं की है।उन्होंने कहा कि मिथिलांचल का विकास हो यह सोच मुख्यमंत्री की नहीं है।
यही कारण पूर्णिया हवाई अड्डा का मामला लटका कर रख दिया गया है। दरभंगा एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू करवाने का एकमात्र मेरे प्रयास से श्रेय प्रधानमंत्री को जाता है। युवराज मुख्यमंत्री को क्रेडिट दिलाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। मिथिलांचल की जनता सब समझ रही है।