जाले प्रखंड के गांवों में कोरोना ने पैर फैलाया। लोग कर रहे है कोरोना गाइड लाइन का पालन। शान 7 बजते ही सड़कें हो जाती सूनी, बंद हो जाती सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान
जाले। कोरोना का संक्रमण अब ग्रामीण क्षेत्रो में होने से लोगों ने सावधानी बरतनी शुरू कर दिया है। शुक्रवार को रतनपुर गांव की एक धर्मपरायण 75 वर्षीय महिला की मौत कोरोना से हो गया। वह दो दिनों से सर्दी,बुखार से ग्रसित थी। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर ले जाया गया, जहां उन्हें कोविड 19 की जांचोपरांत कोरोना पॉजिटिव बताया गया।
जानकारी के अनुसार,वह व्हीलचेयर पर रहती थी। अपने घर-आंगन से बाहर नही निकलती थी। वहीं जाले रेफरल अस्पताल में बीते दो
दिनों में हुए 150 लोगो के आरटीपीसीआर जांच में एक महिला सहित तीन लोग संक्रमित पाए गए है। इसमें जाले साथी चौक के एक 17 वर्षीय किशोर वहीं राढ़ी दक्षिणी पंचायत के नरौछ गांव के एक 35 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया।
वहीं, अहियारी की एक 26 वर्षीय महिला कोरोना से संक्रमित पाई गई।सभी कोरोना मरीजों को कोरोना दवा की किट देकर सभी को होम आइसोलेशन में भेज दिया गया है।
इधर, लगातार टीकारण के बाद शुक्रवार को टीकारण कार्य ठप हो गया है। कोरोना से बचाव को लेकर लोग जाले स्थित एएनएम स्कूल स्थित कोविड टीका केंद्र में सैकड़ों लोग शुक्रवार को टीका लेने पहुंचे, परंतु कोविशिल्ड टीका की आपूर्ति जिला से नहीं होने के कारण शुक्रवार को टीकाकरण कार्य बंद रहा।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार की देर रात कोविशिल्ड का 900 वैक्सिन की आपूर्ति जाले रेफरल अस्पताल को किया गया था, जिसे बुधवार व गुरुवार दो दिन के टीकाकरण में 900 लोगों को टीकाकृत किया गया।
शुक्रवार को टीकाकरण काम बंद रहा। हालांकि बड़ी संख्या में प्रखण्ड क्षेत्र से सैकड़ों लोग उत्साह के साथ टिका लेने टीकाकेन्द्र पहुचें थे, जिन्हें वापस जाना पड़ा। इस आलोक में एमओआईसी डॉ. गंगेश झा व प्रखण्ड स्वाथ्य प्रबंधक कुमोद रंजन ने बताया कि शुक्रवार की शाम तक कोविशिल्ड दवा पहुचने की सूचना है दवा आपूर्ती होते ही वैक्सीनेशन का काम शनिवार से पूर्व की तरह प्रारम्भ हो जाएगा।