अप्रैल,26,2024
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सीएम कॉलेज संस्कृत शिक्षा, संभाषण अनुसंधान का बनेगा महत्वपूर्ण केंद्र, सांसद गोपालजी ठाकुर ने कहा-संस्कृत की पढ़ाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता, सरकार संस्कृत के उत्थान के लिए कटिबद्ध

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सी एम कॉलेज में सांसद डॉ गोपाल जी ठाकुर ने किया संस्कृत संभाषण शिविर का उद्घाटन
संस्कृत की पढ़ाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता, सरकार संस्कृत के उत्थान के लिए कटिबद्ध : सांसद
पूर्व छात्र के रूप में मैं महाविद्यालय के चहुमुखी विकास के लिए सदैव तत्पर हूं : डा गोपाल जी ठाकुर
सबसे प्राचीन,समृद्ध एवं कंप्यूटर की उपयुक्त भाषा संस्कृत पढ़कर विज्ञान के छात्र भी हो लाभान्वित: डीएसडब्ल्यू
सी एम कॉलेज संस्कृत शिक्षा,संभाषण तथा अनुसंधान का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा: प्रो विश्वनाथ

दरभंगा। संस्कृत को हमारे ऋषि-मुनियों ने प्राचीन काल से ही समृद्ध बनाया है।हमारा कर्तव्य है कि इसे आगे बढ़ाएं।यद्यपि बाहर से संस्कृत कठिन लगती है,पर  जनप्रतिनिधि आज भी संस्कृत में शपथ ले रहे हैं तथा संभाषण के माध्यम से इसका प्रचार-प्रसार हो रहा है।ऐसे लोकोपयोगी शिविरों का आयोजन अनवरत रूप से होते रहना चाहिए। अभी भी लगमा जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में छात्र चंदा मांगकर संस्कृत-विद्या की पढ़ाई कर रहे हैं।हमारी सरकार संस्कृत के उत्थान के लिए कटिबद्ध है तथा सरकार द्वारा संस्कृत के उत्थान हेतु हरसंभव कार्य किया जा रहा है।उक्त बातें दरभंगा के सांसद डा गोपाल जी ठाकुर ने सी एम कॉलेज,दरभंगा के संस्कृत विभाग के तत्वावधान में आयोजित 10 दिवसीय “संस्कृत संभाषण शिविर” का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन करते हुए कहा। सांसद ने कहा कि मैं इस महाविद्यालय का पूर्व-छात्र रहा हूं तथा इसके विकास हेतु हर संभव मदद करने को तत्पर हूं।

उन्होंने प्रधानाचार्य से विकास हेतु बृहद कार्य-योजना की शीघ्र मांग की।उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के राजमैदान को अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल मैदान बनाने, उच्च न्यायालय का बेंच दरभंगा में बनवाने हेतु प्रयासरत हूं। हमारी सरकार दरभंगा में हवाई अड्डा, तारामंडल,एम्स,सुपर फैसिलिटी अस्पताल,मखाना अनुसंधान केंद्र के बाद आईटी पार्क बनाने का प्रयास कर रही है। यदि संस्कृत शिक्षा परियोजना से जुड़े तो उसका अपना भवन भी बनेगा। शिक्षक प्राथमिक स्तर से ही छात्रों को संस्कृत विषय पढ़ने के लिए प्रेरित करें तो उच्च शिक्षा में भी पर्याप्त छात्र उपलब्ध होंगे। संसद ने कहा कि मैं सी एम कॉलेज के चहुंमुखी के विकास हेतु  तत्पर हूं।सीएम कॉलेज संस्कृत शिक्षा, संभाषण अनुसंधान का बनेगा महत्वपूर्ण केंद्र, सांसद गोपालजी ठाकुर ने कहा-संस्कृत की पढ़ाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता, सरकार संस्कृत के उत्थान के लिए कटिबद्ध

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मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डा अशोक कुमार झा ने कहा कि संस्कृत सबसे प्राचीन, समृद्ध एवं कंप्यूटर की उपयुक्त भाषा है,जिसके अध्ययन से विज्ञान के छात्र भी काफी लाभ उठा सकते हैं।उन्होंने सी एम कॉलेज में “अनौपचारिक संस्कृत शिक्षा” के उपकेंद्र खोलने तथा शिविर संचालन में पूर्ण सहयोग का भरोसा देते हुये कहा कि संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार में सी एम कॉलेज उपयुक्त एवं पूरी तरह सक्षम है।

उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा ने कहा कि सी एम कॉलेज संस्कृत शिक्षा, संभाषण तथा अनुसंधान का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने जा रहा है।उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि सी एम कॉलेज ऑटोनॉमस महाविद्यालय के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा कि संस्कृत का हर वर्ण मंत्र स्वरूप है,जिसके जागरण के बिना भारत का उत्थान संभव नहीं है।प्रधानाचार्य ने प्रसन्नता व्यक्त की कि दरभंगा के वर्तमान सांसद सी एम कॉलेज के पूर्व छात्र के रूप में सरल,सहज,ओजस्वी एवं जुझारू लोकनेता हैं,जिनके आगमन से महाविद्यालय में विकास का प्रकाश तेजी से फैल गया है।सीएम कॉलेज संस्कृत शिक्षा, संभाषण अनुसंधान का बनेगा महत्वपूर्ण केंद्र, सांसद गोपालजी ठाकुर ने कहा-संस्कृत की पढ़ाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता, सरकार संस्कृत के उत्थान के लिए कटिबद्ध

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विशिष्ट अतिथि के रूप में अंग्रेजी विभागाध्यक्षा प्रो इंदिरा झा ने कहा कि संस्कृत सरल,सहज और मधुर भाषा है। इस वैज्ञानिक भाषा को सीखना आसान है।मैं स्वयं इस शिविर में पूर्णरूपेण भाग लूंगी।उन्होंने आशा व्यक्त किया कि यह सारस्वत कार्य अपने उच्चतम शिखर पर निश्चित रूप में पहुंचेगा। संभाषण शिविर की प्रशिक्षिका अंशु कुमारी ने शिविर के पाठ्यक्रम का स्वरूप प्रस्तुत करते हुए अनेक बिंदुओं पर प्रकाश डाला और बताया कि यह शिविर प्रत्यक्ष रूपेण चलेगा, जिसमें लेखन,पाठन,चित्र तथा अभिनय आदि के माध्यम से सहजता पूर्वक संस्कृत सिखाया जाएगा।यदि छात्र मनोयोग पूर्वक पढ़ना चाहे तो संस्कृत अमृततुल्य भाषा है।

इस अवसर पर राजेश कुमार, उज्ज्वल कुमार कर्ण तथा रश्मि कुमारी के द्वारा सिक्की कला की बृहद प्रदर्शनी लगाई गई।कार्यक्रम का प्रारंभ प्रो इंदिरा झा के नेतृत्व में सामूहिक राष्ट्रगान से हुआ,जबकि वैदिक मंगलाचरण पाठ संयोजक डा संजीत कुमार झा द्वारा किया गया।शंखध्वनि तथा तबला वादन अभिषेक कर्ण ने किया,जबकि हारमोनियम वादन प्रणव कर्ण ने प्रस्तुत किया।अतिथियों का स्वागत पाग,दुपट्टा,पुष्पगुच्छ तथा स्मृतिचिह्न आदि से किया गया।

समारोह में प्रो. मंजू राय, डा अवनि रंजन सिंह,डा प्रभात कुमार चौधरी, डा नरेंद्र झा,डा रुद्रकांत अमर,प्रो अखिलेश राठौर,डा मनोज कुमार सिंह, डा विकास कुमार,डा शैलेंद्र श्रीवास्तव, डा रीतिका मौर्य,डा प्रीति कनोडिया,प्रो रागिनी रंजन,डा रीना कुमारी,डा शंभू मंडल,प्रो संजीव कुमार,प्रो अखिलेश कुमार राठौर,डा संजीत कुमार राम,विपिन कुमार सिंह,प्रतुल कुमार,नीरज कुमार, अमरजीत कुमार,श्रेया कुमारी,नीली रानी,उमेश कुमार चौधरी,प्रेम कुमार मिश्र सहित एक सौ से अधिक व्यक्ति उपस्थित थे।कार्यक्रम का प्रारंभ प्रो इंदिरा झा के नेतृत्व में सामूहिक राष्ट्रगान से हुआ।

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वैदिक मंगलाचरण पाठ संयोजक डा संजीत कुमार झा द्वारा किया गया।शंखध्वनि तथा तबलावादन अभिषेक कर्ण ने किया,जबकि हारमोनियम वादन प्रणव कर्ण ने प्रस्तुत किया।अतिथियों का स्वागत पाग,दुपट्टा,पुष्पगुच्छ तथा स्मृतिचिह्न आदि से संस्कृत प्राध्यापक डा संजीत कुमार झा के संचालन में आयोजित उद्घाटन सत्र में अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन संस्कृत विभागाध्यक्ष डा आर एन चौरसिया ने किया।सीएम कॉलेज संस्कृत शिक्षा, संभाषण अनुसंधान का बनेगा महत्वपूर्ण केंद्र, सांसद गोपालजी ठाकुर ने कहा-संस्कृत की पढ़ाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता, सरकार संस्कृत के उत्थान के लिए कटिबद्ध

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