दरभंगा। बिहार सरकार को दरभंगा एयरपोर्ट के विस्तार की मंजूरी मिल गई है। भारतीय वायुसेना ने सरकार को अनापत्ति प्रमाणपत्र (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) दे दिया है। इसकी जानकारी मंत्री संजय कुमार झा ने दी है।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने एयरपोर्ट पर मौजूदा बुनियादी ढांचे को उन्नत करने के लिए वायु सेना से 2.43 एकड़ भूमि की मांग की थी।
मंत्री संजय कुमार झा ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, ‘हमें खुशी है कि दरभंगा एयरपोर्ट के विस्तार के लिए इंडियन एयरफोर्स से एनओसी मिल गई है। राज्य सरकार अब जल्द आवश्यक भूमि का अधिग्रहण करेगी, ताकि यहां टर्मिनल भवन और जरूरी सुविधाओं का निर्माण कराया जा सके।’
जानकारी के अनुसार,मेन एयरपोर्ट गेट के बाहर एक यात्री शेड, मुख्य सड़क से सिविल एन्क्लेव तक पहुंचने वाले वाहन, मुख्य द्वार और सिविल एन्क्लेव के बीच एक आश्रय के अलावा एक्सटेंडिड पार्किंग स्थान यात्रियों की कुछ महत्वपूर्ण आवश्यकताएं हैं। उम्मीद है कि इनका जल्द हल निकलेगा।
दरभंगा एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, अहमदाबाद और कोलकाता के लिए स्पाइसजेट की उड़ानें उपलब्ध हैं। वहीं 5 जुलाई से इंडिगो एयरलाइंस हैदराबाद और कोलकाता के लिए उड़ानें शुरू करने वाली है। इससे मौजूदा सुविधाओं पर अधिक दबाव पड़ने की संभावना है।
एयरपोर्ट वर्तमान में भारतीय वायुसेना की 2.3 एकड़ भूमि पर अंतरिम टर्मिनल भवन के जरिए कार्य करता है। पैसेंजर फुटफॉल के आंकड़ों से पता चला है कि शुक्रवार 19 जून को एक दिन में 16 उड़ानों के जरिए कुल 2,139 यात्रियों ने दरभंगा हवाई अड्डे से यात्रा की। यह भारत के विमानन मानचित्र पर एक गंतव्य के रूप में इसकी लोकप्रियता को दर्शाता है।