बेनीपुर। प्रखंड अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र के गली-नाली एवं गरीब भवनहीन गरीबों को आवास का लाभ दिलाने वाले प्रखंड विकास पदाधिकारी जब खुद आवास और सड़क की समस्या से जूझ रहे हों तो आम जनता अपनी फरियाद आखिर करें तो किस से करें।
जानकारी के अनुसार, 60 के दशक में निर्मित प्रखंड कार्यालय का कार्यालय भवन एवं आवास अति जर्जर होकर एक दशक से रहने लायक नहीं रह गया है। कब किसके सिर पर छत का टुकड़ा गिर जाए कोई ठिकाना नहीं।
ग्रामीण क्षेत्र से आए आम लोगों को प्रखंड कार्यालय परिसर में घुसते ही घुटने तक जमे पानी से सामना होता है और किसी तरह यदि उस घुटने भर पानी से पार भी पा लिए तो प्रखंड कार्यालय भवन के गेट पर कमर तक डूबने वाली गड्ढे मौत को आमंत्रित कर रही है।
प्रखंड मुख्यालय की यह स्थिति देखकर भवन की आस लिए पहुंचा। ग्रामीण जनता प्रखंड कार्यालय पहुंचकर आवास और सड़क की स्थिति देखकर ही मौन साध कर विदा हो लेते हैं।
इस संबंध में पूछने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी अमोल मिश्र बताते हैं प्रखंड कार्यालय का भवन एवं आवास निर्माण के लिए कई बार सरकार को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। सड़क की स्थिति बिहार राज्य खाद्य निगम के ट्रकों की अत्यधिक आवाजाही के कारण जगह-जगह धंस गया है जिसे बरसात के बाद पुनर्निर्माण करवा लिया जाएगा।