सतीश चंद्र झा, बेनीपुर। स्थानीय व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया है। इसमें लंबित शमणीय वादों के साथ-साथ बैंक, टेलीफोन, मापतौल, बिजली विभाग से संबंधित वादों का आपसी समझौता के आधार पर निष्पादन किया जाएगा।
अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अमित आनंद ने बताया कि इस राष्ट्रीय लोक अदालत में निपटाए जाने वाले पक्षकारों को कयी फायदे मिलेंगे प्रथमतः समय की बचत होगी। दूसरी ओर आर्थिक व्यय से छुटकारा मिलेगा साथ ही राष्ट्रीय लोक अदालत में वादों के निष्पादन से किसी पक्षों की हार जीत नहीं होती है।
दोनों पक्षों के साथ सुलह समझौते के आधार पर वादों का निष्पादन किया जाता है। इसके लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव दीपक कुमार की ओर से तीनों के बैंचों का गठन किया गया है, जहां वादों का निष्पादन किया जाएगा। इसके लिए सभी विभाग की ओर से व्यापक प्रचार प्रसार कर पक्षकारों को नोटिस की गई है जो संबंधित पक्ष इसमें उपस्थित होकर मामले के निष्पादन में सहयोगी बनेंगे।
तीन बैंचों में प्रथम बैंच के पीठासीन पदाधिकारी अमित आनंद बनाए गए हैं जहां सहयोग में अधिवक्ता सुशील कुमार चौधरी रहेंगे और न्यायालय लिपिक अविनाश कुमार होंगे जहॉ पर अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी न्यायालय के साथ-साथ सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के मामलों का निष्पादन किया जाएगा।
दूसरे बेंच पर पीठासीन पदाधिकारी के रूप में अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी द्वितीय प्रणव कुमार भारती रहेंगे जहां सहयोग में अधिवक्ता हैदर अली एवं न्यायालय लिपिक रंजीत कुमार उपस्थित रहेंगे जहां न्यायालय के मुकदमों के साथ-साथ भारतीय स्टेट बैंक के समझौता वादों का निष्पादन किया जाएगा।
तीसरे बैंच के प्रभारी के रूप में मुंसिफ सह जुडिशल मजिस्ट्रेट संजीव कुमार पांडे बनाए गए हैं, जिनके सहयोग में अधिवक्ता नवल किशोर और लिपिक राहुल कुमार गुप्ता होंगे जहां न्यायालय के मामलों के अतिरिक्त पंजाब नेशनल बैंक दूरसंचार एवं अन्य सभी विभागों के लंबित वादों का निष्पादन आपसी समझौता के आधार पर किया जाएगा।