दरभंगा। संपूर्ण दरभंगा को आज अपने युवा जोश के डीएम डॉ.त्यागराजन एसएम पर गर्व है। दरभंगावासी आज मान रहे, काश! हर अधिकारी ऐसा ही होता। कर्त्तव्यनिष्ठ, निष्पक्षता से भरपूर।
जानकारी के अनुसार, जिले के बहेड़ी में एक गरीब किसान के पुत्र को कोरोना ने छीन लिया, लेकिन जहां वह किसान अपने पुत्र का इलाज करवा रहे थे, उस अस्पताल ने इस गरीब, बेबस, लाचार किसान से लाखों रुपए इलाज के नाम पर लुट लिए।
थक-हारकर निराश किसान के साथ इस लूट की जानकारी जैसे ही डीएम डॉ. एसएम तक पहुंची। एक्शन शुरू हो गया और आज उसका सुखद अंत हुआ है। निजी अस्पतालों से दरभंगा के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने इलाज के नाम पर लूटखसोट की एक-एक पाई वसूलते हुए अस्पताल प्रबंधन से एक लाख बीस हज़ार रु की वापसी करा गरीब किसान को पूरा इंसाफ दिलाया।
अब गरीब किसान को उम्मीद है, दरभंगा की तरह पटना के अस्पताल से भी उसे रकम की वापसी कराने डॉ. त्यागराजन एसएम जैसे कोई अधिकारी या प्रतिनिधि आगे आएंगें और उसकी गिरवी रखी जमीन उसे वापस दिला सकेंगे।
गरीब किसान के पुत्र की विधवा, बच्चे को आगे जीने की उम्मीद अब थोड़ी जगी है क्योंकि पटना के निजी अस्पताल यूनीवर्सल ने 9 लाख लिए और दरभंगा के पारस अस्पताल ने 3 लाख के बिल में 67 हज़ार नही देने पर शव रोक लिया। कबीर सेवा संस्थान ने जिलाधिकारी को जैसे ही यह जानकारी दी तत्काल डीएम डॉ. एसएम ने एक्शन लेते हुए उन्होंने शव तुरंत दिलवाया। साह ही उसकी शिकायत पर 48 घंटे में तीन सदस्यीय समिति से जांच कराकर किसान को उनका हक, इंसाफ दिलाया है। डीएम के इस कार्य की चहुंओर चर्चा हो रही है। लोग उन्हें साधुवाद दे रहे हैं।