अप्रैल,20,2024
spot_img

बक्सर केंद्रीय कारा के समीप पचास मीटर के दायरे में बने भवनों को हटाया जाएगा

spot_img
spot_img

बक्सर। हाल के दिनों में अपराधियों की ओर जेल सुरक्षा को तार -तार करते हुए केन्द्रीय कारा के मुख्य द्वार पर गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया। उसके बाद सतर्क कारा प्रशासन उत्तर की तरफ से आने वाले मार्ग को सार्वजनिक प्रयोग के लिए बंद कर दिया है।

 

दूसरी तरफ सुरक्षा को और बेहतर बनाये जाने के लिए जेल के जमीन को अतिक्रमित कर लोगो की ओर से निजी भवन निर्माण को लेकर भी कारा प्रशासन सख्त कदम उठा रहा है। केन्द्रीय कारा ,महिला जेल के पचास मीटर के दायरे में जेल की भूमि पर बने सभी भवनों को वर्षात खत्म होते ही हटाया जाएगा। सको लेकर बक्सर अंचलाधिकारी द्वारा भवनों को चिन्हित कर लिया गया है।

 

अतिक्रमण के दायरे में आने वाले भवन जेल सुरक्षा के लिए चुनौती बने है |बक्सर महिला जेल के समीप अतिक्रमण के दायरे में आनेवाले भवनों में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के आवास समेत छह न्यायिक अधिकारी के आवास और दर्जनों घर शामिल है।
इस बात की  जानकारी देते हुए बक्सर केन्द्रीय कारा अधीक्षक राजीव कुमार ने बताया की केन्द्रीय कारा के पचास मीटर के दायरे में बने सभी मकान अबैध है |जिसे हर हाल में हटाया जाना है |इस कार्य को बरसात खत्म होते ही पूरा कर लिया जाएगा। अतिक्रमण के जद में आये लोगो को जेल प्रशासन और जिला प्रशासन के द्वारा सूचित कर दिया गया है।
1857 के गदर के बाद बगावत में शामिल बंदियों को रखने के लिए अंग्रेजो द्वारा बक्सर स्थित गंगा के तट पर 32 एकड़ के भूभाग पर कारा का निर्माण किया गया था |आजादी के बाद सरकार ने इसे केन्द्रीय कारा के जद में लेलिया |स्वाधीनता आन्दोलन की कई स्मृतिया अब भी इस जेल परिसर में मौजूद है वर्तमान में कारा के अंदर 1233 बंदी जिनमे दस फ़ासी के सजायाफ्ता बंदी भी शामिल है।
जो कारा की क्षमता से अधिक है |सौ वर्ष से अधिक का  मियाद पूरी कर चुका यह कारा जर्जर स्थिति में है  |कारा के कई वार्डो के जर्जर स्थिति को देखते हुए इन्हें बंद कर यहा के कैदियों को अन्यत्र वार्डो में भेजा गया है।
कारा अधीक्षक ने बताया कि कारा के  स्थिति को ध्यान में रख कर राज्य कारा प्रशासन के अनुमोदन पर  केन्द्रीय कारा के पुनर्निर्माण के लिए वास्तुविदो  की देखा रेख में आधुनिक करा निर्माण के लिए तीन मंजिला कारा निर्माण के नक्शे को बनाकर राज्य मुख्यालय को भेज दिया गया है |जिसका अनुमोदन होते ही छह माह के भीतर कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
इस नये कारा भवन के प्रत्येक तल पर 198 कैदियों को रखा जाएगा |इस तरह जेल में बंदियों को रखने की क्षमता वर्तमान से तीनगुना अधिक हो जायेगी| साथ ही आधुनिक किचेन और अस्पताल बंदी को हर तरह की सुविधा देगा।

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया deshajtech2020@gmail.com पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -
error: कॉपी नहीं, शेयर करें