अप्रैल,20,2024
spot_img

Ramayana Started Once Again फिर रामायण के भरोसे कोरोना की वैतरणी पार करने की जुगत में सरकार, एक बार फिर घर-घर में गूंजा ‘ये रामायण है पुण्य कथा श्रीराम की’

spot_img
spot_img

बेगूसराय। कोरोना के दूसरे लहर ने काफी तेजी से कहर बरसाना शुरू कर दिया है। शासन-प्रशासन लोगों को बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की अपील कर रहे हैं। इस सब के बीच चैत्र नवरात्रा के इस अवसर पर एक बार फिर से शुरू हुए रामायण ने लोगों को आत्मिक शांति दी है। जब पता चला कि स्टार भारत पर देश का सबसे लोकप्रिय सीरियल रामायण शुरू हो रहा है तो गुरुवार की रात बेगूसराय में हजारों-हजार परिवार ने एक साथ बैठकर मनोभाव से रामायण देखा और हर घर में गूंजने लगा ‘ये रामायण पुण्य कथा है श्रीराम की।’

 

पिछले वर्ष लॉकडाउन के दौरान जब सरकार ने दूरदर्शन पर 33 साल के इंतजार रामानंद सागर द्वारा लिखित, निर्मित और निर्देशित अद्वितीय कृति रामायण शुरू किया था तो नए जमाने के बच्चों के जुबान पर लव कुश द्वारा गाया गया प्रसंग छा गया था। एपिसोड खत्म होने के बाद भी सभी उम्र के वर्ग के लोगों ने इसे भूला नहीं और शांति में गुनगुनाते रहे। मोबाइल में भी रिंगटोन लव कुश द्वारा गाया गया रामायण सेट कर लिया था। इसी बीच अब जब एक बार फिर रामायण शुरू हो गया है तो रामनवमी के इस समय में हर घर में राम का जयकारा गूंजने लगा है और वातावरण राममय हो गया है।

 

यह भी पढ़ें:  Bihar Lok Sabha Elections | Aurangabad News | एक बूथ, वोट पड़े सिर्फ 3...

लोगों का कहना है कि यह सीरियल आत्मिक और मानसिक शांति देने के साथ-साथ बच्चों और युवाओं को प्रेरणा देगा। उन्हें रामायण के चरित्र से सकारात्मक सीख मिलेगी और यह सीख ना सिर्फ घर परिवार और समाज को एक नई दिशा देगा, बल्कि देश को दिशा देने वाला साबित होगा। यह खासकर ऐसे समय में शुरू किया गया है जब कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में अघोषित लाॅकडाउन है। एक ओर जहां लोग इसकी सराहना कर रहे हैं, वहीं तीन दशक पुरानी यादों को ताजा करने में भी जुटे हैं। लोग नई पीढ़ी को तीन दशक पहले सीरियल देखने के तरीके और रामायण के महत्व को भी बता रहे थे।

यह भी पढ़ें:  First Phase Voting | Bihar Lok Sabha Election 2024 Live | नक्सल के 4 गढ़...Aurangabad, Gaya, Nawada और Jamui में, महापर्व का प्रथम दिन....वोट का चोट

 

शिक्षक कौशल किशोर क्रांति ने कहा कि यह राम के आदर्श को समझने का अच्छा अवसर है। घर में बैठे बैठे और भी ज्यादा बोर होने लगे, चिंता सताने लगी। रामायण का प्रसारण शुरू होने से समय तो कटेगाा, साथ ही नई पीढ़ी के लिए मर्यादा पुरषोत्तम प्रभु राम के आदर्श को समझने का अच्छा अवसर है, नाकारात्मक सोच खत्म होगी। रामायण को देखने-सुनने और समझने से लोगों के मन से नाकारात्मक तथ्यों का अंत हो जाता है। प्रभु श्रीराम का आदर्श लोगों को जीवन जीने की शैली सिखलाता है।

 

यह भी पढ़ें:  Muzaffarpur News | Gaighat News | DeshajTimes.Com ने पूछा था, गायघाट पुलिस की अन्याय पर मरहम कब!...| तो पहुंचे City SP Awadhesh Dixit और ASP East Sahariar Akhtar, फिर ये हुआ Indefinite Fast को मिली जूस|

मोहन सिंह, खुशी एवं हर्ष शांडिल्य ने बताया कि रामायण भारतीय टेलीविजन के सबसे प्रतिष्ठित शो में से एक है। हम लोग रात में विभिन्न सीरियल देखते थे, लेकिन अब रामायण शुरू हो गया है तो रामायण देखना शुरू कर दिया है। श्रीराम के किरदार से बहुत कुछ सीखने को मिलता है, कई ऐसी घटनाएं हैं जो आज भी कठिनाइयों से उभरने में मदद करती हैं। रामायण में परेशानी से निकलने के लिए ढ़ेर सारे समाधान बताएं गए हैं जो लोगों के लिए प्रेरणादायक सिद्ध होते हैं।

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया deshajtech2020@gmail.com पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -
error: कॉपी नहीं, शेयर करें