आरा। बिहार में भोजपुर के जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा के निर्देश पर मंगलवार से जिले के बालू घाटों पर बालू के अवैध उत्खनन,परिचालन और भंडारण पर रोक लगा दिया गया है। जिलाधिकारी के निर्देश के बाद अवैध बालू के कारोबारियों के बीच हड़कम्प मच गया है।
जिलाधिकारी ने भोजपुर जिले से जुड़े सभी बालू घाटों के बंदोवस्तधारी मेसर्स ब्राॅडसन कामोडिटिज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बालूघाटों की बंदोवस्ती को सरेंडर करने के कारण बन्द हुए सभी बालू घाटों के संचालन को लेकर जिला खनन पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारियों एवं थानाध्यक्षों को घाटो पर अवैध बालू के उत्खनन,परिचालन और भंडारण पर रोक लगाने का निर्देश दिया है।
निर्देश में कहा गया है कि बालू घाटों का संचालन बंद रहने के दौरान किसी भी परिस्थिति में अवैध बालू उत्खनन, परिवहन एवं भंडारण पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी जाय। बालू के अवैध उत्खनन, परिवहन एवं भंडारण पर रोक लगाने को लेकर कोइलवर थाना क्षेत्रांतर्गत झलकूनगर एवं इंग्लिशपुर और बड़हरा थाना क्षेत्र अंतर्गत फुंहा एवं डोरीगंज के पास अस्थायी चेकपोस्ट बनाया गया है।
दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति के साथ अब कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। घाटों से निकल कर मुख्य सड़कों को जोड़ने वाली सडको को काट दिया गया है ताकि अवैध बालू ले जाने वाहनों का परिचालन ठप किया जा सके।
आरा सदर अनुमंडल पदाधिकारी वैभव श्रीवास्तव और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पंकज रावत के साथ ही आरा सदर एवं पीरो जिला परिवहन पदाधिकारी, खनन विभाग के सहायक निदेशक को भी निर्देश दिया गया है कि चेकपोस्ट पर वाहनों की जांच का नियमित पर्यवेक्षण करें एवं नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के विरूद्ध कार्रवाई करें।अवैध बालू उत्खनन रोकने के उद्देश्य से खनन विभाग के सहायक निदेशक की ओर से फरहंगपुर, मानाचक ,जमालपुर और अन्य बालू घाटों पर जाने वाले रास्ते को पूरी तरह कटवाया दिया गया है और अवैध उत्खनन,परिवहन और भंडारण पर रोक लगा दिया गया है।