मुंगेर/समस्तीपुर। मुंगेर में रविवार को कोरोना विस्फोट हुआ । मुंगेर के सिविल सर्जन डा. हरेन्द्र कुमार आलोक ने बताया है कि आज मुंगेर जिले में कुल 98 नए संक्रमित कोरोना मरीज मिले है।जिसके बाद जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 328 पहुंच गई है । नए संक्रमित 98 मरीजों में 61 पुरूष और 37 महिलाएं शामिल हैं । 10 अप्रैल को जिले में कुल 1,542 व्यक्तियों के कोरोना की जांच हुई थीं । उन्होंने बताया कि एन्टीजेन्ट टेस्ट 558, पीएमसीएच लैव टेस्ट 919 और ट्रू-नेट टेस्ट 65 अर्थात कुल 1,542 टेस्ट हुए थे।
वहीं, समस्तीपुर जिले में कोरोना ने शनिवार को लंबी छलांग लगाई है। जिले के अलग-अलग प्रखंडों में कोरोना संक्रमित 57 नए मरीजों की पहचान की गई है। इसको लेकर 4073 लोगों की जांच कराई गई थी। इसके साथ ही जिले में एक्टिव संक्रमितों की संख्या 267 हो गई। इसमें ग्रामीण क्षेत्र के 228 व शहरी क्षेत्र के 39 लोग शामिल है।सभी पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है। फिलहाल 45 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए सभी को कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करना होगा।
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर प्रत्येक दिन अलग-अलग स्थानों पर जांच का सैंपल लिया जा रहा है। संक्रमण में अप्रत्याशित वृद्धि के संदर्भ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक भी हुई। अध्यक्षता जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने की। बैठक में राज्यसभा सदस्य रामनाथ ठाकुर, सांसद प्रिस राज, महबूब अली कैसर, विधायक अशोक कुमार उपस्थित हुए। सभी ने अपने-अपने क्षेत्र से संबंधित जानकारी देते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। बैठक में जनप्रतिनिधियों की ओर से प्राप्त सुझाव के आलोक में संबंधित पदाधिकारियों को कार्रवाई करने का निर्देश दिया। डीएम ने भी जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के संदर्भ में जिला प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों एवं कार्रवाई के संबंध में उपस्थित सांसद एवं विधायकों को अवगत कराया।
कोरोना संक्रमण को लेकर लागू की गई बंदिशों के बीच पहले दिन शनिवार को शहर में नाइट कर्फ्यू जैसा नजारा देखने को मिला।नई गाइड लाइन के अनुपालन में पुलिस प्रशासन की टीम पूरी ताकत झोंक दी। जनता का सहयोग मिला। पहले दिन जिला प्रशासन और पुलिस काफी मुस्तैद नजर आई। शाम साढे़ छह बजे से ही माइकिग कर दुकानों को बंद करने की अपील की गई। हालांकि कई दुकानें सात बजे के बाद भी खुली थी पर पुलिस की सख्ती को देखते हुए दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानों को बंद कर दिया।
थानाध्यक्ष अरुण राय के नेतृत्व में वाहन में लगे माइक से घोषणा की जा रही थी कि डरे नहीं, कर्फ्यू नहीं है, बस दुकान बंद रखना है। आराम से घर जाएं। हालांकि, इसके लिए सभी लोग तैयार थे। बावजूद बाजार में शाम सात बजे से ही दुकान बंद करने की तैयारी चल रही थी। गर्मी की वजह से ग्राहक भी शाम होने पर ही खरीदारी करने निकलते हैं, लिहाजा बाजार में भीड़ भी अच्छी खासी थी।
पुलिस की अपील का असर सड़कों पर देखने को मिला। शाम सात बजे के बाद सभी दुकानें बंद हो गई। इसके अलावा सड़क पर सब्जी बेचने वाले भी अपना सामान समेटकर निकल लिए। साढ़े सात बजे तक पूरे बाजार में सन्नाटा पसर गया। सिर्फ दवा की दुकानें और पेट्रोल पंप खुले रहे।