जाले, देशज टाइम्स ब्यूरो। अब सिंहवाड़ा की जाबांज बेटी ज्योति पढ़ेगी। डॉ. गोविंदनाथ मिश्रा एजूकेशन फाउंडेशन पकटोला जाले ने यह बीड़ा उठाया है। सिंहवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के सिरहुल्ली गांव की बहादुर पुत्री ज्योति को उच्च शिक्षा लेने तक नि:शुल्क शिक्षा व उनके पिता मोहन पासवान को नौकरी का प्रस्ताव पत्र भेजा है।
बहादुर बेटी ज्योति ने बहुत ही जोखिम भरा परंतु साहसिक व सराहनीय कार्य किया है। कोविड-19 से उत्पन्न लॉकडाउन में फंस जाने की वजह से उनकी आजीविका बाधित हो गई थी। वहीं, कई तरह के आर्थिक व मानसिक संकट के दौर से गुज़रना पड़ा। साहसी बेटी ने धैर्य पूर्वक हौसला देते हुए हिम्मत के साथ साइकिल पर अपने साथ बैठाकर, अपनी जन्म भूमि पर लाकर समस्त मिथिलाक्षेत्र के लिए एक मिशाल क़ायम की है।
अपने सामाजिक व व्यक्तिगत दायित्व का निर्वहन करते हुए डॉ. गोविंद चंद्र मिश्रा एजुकेशनल फाउंडेशन पकटोला राढ़ी जाले ने हर संभव सहायता करने का निर्णय लिया है। संस्था की ओर से नौकरी का प्रस्ताव देते हुए आग्रह किया गया है कि मोहन पासवान जब भी स्वस्थ हो जाए तो वे इस संस्था के अंतर्गत संचालित संस्थानों में नौकरी ज्वाइन कर सकते हैं। आपके इस कार्य को करने के लिए सरकारी निर्देश के तहत वेतन दिया जाएगा।
साथ ही संस्था ने निर्णय किया कि ज्योति कुमारी को अपने विद्यालय में नि:शुल्क शिक्षा देंगे। स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद भी अगर वह दरभंगा ज़िले में ही उच्च शिक्षा जारी रखना चाहेगी, तो उसे संस्था की ओर से सभी तरह की आर्थिक मदद के साथ साथ आईटीआई (दो साल का कोर्स)भी नि:शुल्क करने की अनुशंसा की गई है।
साथ ही संस्था ने देश व विदेश के जागरूक लोगों में इस बच्ची के नाम पर राष्ट्रीय प्रेरणा पुरस्कार स्थापित करने की अनुशंसा की है,जिससे मिथिला समाज व देश की अन्य बेटियों को साहसपूर्ण कार्य करने के लिए प्रत्येक वर्ष पुरस्कार दिया जा सके।