सूरत/अहमदाबाद, देशज न्यूज। सूरत में किम-मांडवी स्टेट हाईवे से सटे एक नाले पर रात को सो रहे मजदूरों पर डंपर ट्रक पलटने से कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई। जबकि कुछ घायलों को इलाज (Truck kills workers sleeping on roadside in Kosamba, Surat, 15 killed) के लिए स्थानांतरित कर दिया गया। घायलों में से भी कई की हालत काफी गंभीर है। जानकारी के मुताबिक सभी मजदूर राजस्थान के थे।
डम्पर पलटने से गटर कवर पर सो रहे मजदूरों में से 12 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचने वालों में भी मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। 8 घायलों को गंभीर (Truck kills workers sleeping on roadside in Kosamba, Surat, 15 killed) हालत में शमीयर अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान एक की मौत हो गई और मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई। मरने वालों मे राकेश रूपचंद, शोभना राकेश, दिलीप ठाकरा, नरेश बालू, विकेश महिदा, राजिला महिदा, मुकेश महिदा, लीला मुकेश, मनीषा, चंपा बालू, एक दो साल की लड़की और एक साल का लड़का।
वरिष्ठ अधिकारियों सहित पुलिस काफिला मौके पर पहुंचा। पुलिस ने (Truck kills workers sleeping on roadside in Kosamba, Surat, 15 killed) डम्पर चालक और क्लीनर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि डम्पर चालक नशे की हालत में पाया गया।
बांसवाड़ा के कुशलगढ़ के मूल निवासी मजदूरों के पांच-छह परिवार पिछले पांच वर्षों से पलोड़ के पास रह रहे हैं। सोमवार देर रात लगभग 12 बजे के बाद, किम से मांडवी की ओर जा रहे एक डम्पर के चालक ने गन्ने से लदे ट्रैक्टर को किम चार रास्ता की ओर ले जा रहा था। ट्रैक्टर से टकराने के बाद, डम्पर चालक ने स्टीयरिंग व्हील पर नियंत्रण खो दिया और 20 सोते हुए मजदूरों को कुचल दिया। डम्पर सड़क के किनारे फुटपाथ पर चढ़ गया था। इस हादसे में 12 लोगों की मौके पर ही (Truck kills workers sleeping on roadside in Kosamba, Surat, 15 killed) मौत हो गयी। पुलिसकर्मियों ने इन शवों को अस्पताल पहुंचवाया।
राकेश रूपचंद, जो उस जगह से थोड़ी दूरी पर एक दुकान में काम कर रहा था, जहाँ हर दिन दुकान के पास एक केबिन में सोता था। सोमवार को वह केबिन में सोने के बजाय अन्य श्रमिकों के साथ फुटपाथ पर सोते हुए इस डम्पर की चपेट में आ गया। बेकाबू डम्पर ने चार से पांच दुकानों के शेड को भी तोड़ दिया। ट्रैक्टर से टकराने के बाद फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों को कुचलते हुए डम्पर चालक फुटपाथ से कूद गया और पीछे दुकानों तक पहुंच गया।
घटना में छह महीने की बच्ची के माता-पिता सो रहे थे, जब डम्पर ने फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों के साथ लड़की के माता-पिता को कुचल दिया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। लाशों के ढेर के बीच लड़की (Truck kills workers sleeping on roadside in Kosamba, Surat, 15 killed) की चीख-पुकार सुनकर पुलिस वाले भी भावुक हो गए।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये देने की घोषणा
गुजरात के सूरत में सोमवार को देर रात भयानक हादसा हुआ है। वहां किम रोड पर एक डंपर ने बच्चे समेत 22 लोगों को कुचल दिया। इसमें 15 लोगों की जान चली गई, वहीं 3 जख्मी हालत में भर्ती हैं। इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख जताया है।
प्रधानमंत्री ने जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को सांत्वना दी और घायल लोगों के जल्द ठीक होने की कामना की। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि सूरत ट्रक हादसे में लोगों की जान जाना दुखद है। जान गंवाने वालों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाए हैं। हादसे में घायल लोग शीघ्र स्वस्थ हों, यही प्रार्थना है।
बता दें कि सूरत के किम रोड पर सभी 22 मजदूर सड़क किनारे सो रहे थे। उसी वक्त डंपर का नियंत्रण बिगड़ गया और वह सोते हुए मजदूरों पर चढ़ गया। इन मजदूरों में से 15 लोगों की जान चली गई और बाकी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये देने की घोषणा
सूरत हादसे के मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये देने की घोषणा की गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक हादसे मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये दिए जाएंगे और घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।