खगड़िया, देशज टाइम्स। सर्पदंश की शिकार मरीज की मौत के बाद खगड़िया सदर अस्पताल में तोड़फोड़ और डाक्टर के साथ मारपीट के विरोध में सदर अस्पताल में कामकाज शुक्रवार को भी ठप रहा। 22 अगस्त को सदर अस्पताल के डॉ. अशोक कुमार के साथ परिजनों ने मारपीट करते हुए उन्हें पीटा था।अस्पताल में तोडफोड़ की थी। इधर, पुलिस ने हंगामे के दौरान पकड़े गए पांच आरोपियों सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ स्थानीय चित्रगुप्त नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई और गिरफ्तार किये गये पांच लोगों को शुक्रवार को खगड़िया के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सभी आरोपितों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
हंगामा कर रहे आक्रोशित लोगों ने दवा काउंटर के शीशे को तोड़ दिए। इस घटना के विरोध में सदर अस्पताल के सभी डाक्टरों तथा कर्मचारियों ने 22 अगस्त से ही पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की मांग को लेकर अस्पताल का कामकाज ठप कर दिया । शुक्रवार को भी डीएम ने सदर एसडीओ धर्मेन्द्र कुमार को सदर अस्पताल भेजा लेकिन स्वास्थ्य कर्मी अपनी मांगों पर अडिग रहे। सिविल सर्जन दिनेश कुमार निर्मल, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. योगेंद्र प्रयासी मौके पर मौजूद थे। इधर, आईएमए के जिला सचिव डॉ. प्रेम कुमार ने अपने संगठन की बैठक के बाद कहा कि डाक्टर के साथ मारपीट की घटनाएं बढती जा रही हैं। लोगों को यह बात समझनी चाहिए कि कोई भी डाक्टर मरीज को बचाने की हर संभव कोशिश करता है लेकिन परिजनों को संयम से काम लेना चाहिये। उधर परिजनों ने आरोप लगाया कि सदर अस्पताल में आक्सीजन की व्यवस्था नहीं थी। एएसपी राजकुमार राज ने बताया कि हंगामा करने वाले लोगों की पहचान सीसीटीवी फुटेज से की जा रही है।