अप्रैल,23,2024
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बोले मुनव्वर राणा-देश की संसद को गिराकर वहां खेत बना दें,आया गृहमंत्री का तंज,ये उम्र का असर

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भोपाल, देशज न्यूज। अपने बयानों को लेकर अक्सर विवादों में रहने वाले शायर मुनव्वर राना एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बाद उन्होंने एक ट्वीट कर देश की संसद को गिराकर वहां खेत बनाने की बात लिखी। इसके अलावा अनाज का भंडारण करने वाले गोदामों को भी जला देने की बात लिखी। हालांकि कुछ ही देर बाद उन्होंने अपने ट्वीट डिलीट (Said Munawar Rana, demolish the Parliament of the country and make it a field there, came the stress of the Home Minister, the effect of this age) कर दिए। वहीं मुनव्वर राणा के ट्वीट पर मप्र के सीएम शिवराज ने तंज कसा है।
मंत्री मिश्रा ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए मुनव्वर राणा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि शायर मुनव्वर राणा जी आजकल जिस तरह की गैरजिम्मेदाराना बातें कर रहे हैं, उससे (Said Munawar Rana, demolish the Parliament of the country and make it a field there, came the stress of the Home Minister, the effect of this age) लगता है कि अब उम्र का असर हो चला है। लेकिन सरकार अब इस बात पर भी गंभीरता से विचार करेगी कि समाज में जहर घोलने का निरंतर प्रयास करने वाले तत्वों के खिलाफ क्या कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सकती है।
ममता बेनर्जी पर साधा निशाना
इस दौरान पश्चिम बंगाल की राजनीति परिस्थितियों पर प्रतिक्रिया देते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में इमामों के मुखिया का बयान ममता बेनर्जी के पक्ष में जारी कराया गया है। हालांकि (Said Munawar Rana, demolish the Parliament of the country and make it a field there, came the stress of the Home Minister, the effect of this age) बंगाल का मतदाता अब ऐसे फरमानों से प्रभावित होने वाला नहीं है। वो अब विकास और सुशासन के लिए भाजपा की सरकार चाहता है।
उन्होंने टीएमसी सांसद के विवादित बयान पर कहा कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी की सीता माता पर अभद्र टिप्पणी बहुसंख्यक हिंदू समाज का अपमान है। ममता बेनर्जी की पार्टी तुष्टिकरण की राजनीति के लिए (Said Munawar Rana, demolish the Parliament of the country and make it a field there, came the stress of the Home Minister, the effect of this age) हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करती आई है। अब ताडक़ा के पक्ष का व्यक्ति तो ऐसी ही टिप्पणी करेगा।

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