इंस्पेक्टर रवीन्द्र कुमार गौतम के मुताबिक, घनघटा थाना क्षेत्र के मूड़ाडीहा गांव के सागर और कंचन के बीच काफी दिनों से प्रेम सम्बन्ध चल रहा था। शुक्रवार की शाम कंचन अपने प्रेमी के घर पहुंच गई। प्रेमी ने कंचन को सिंदूर लगाकर प्रतीकात्मक विवाह कर लिया। ग्रामीणों के अनुसार प्रेम विवाह की खबर मिलने पर रात में ही प्रेमी-प्रेमिका को परिवारीजनों ने पीट-पीटकर मार डाला। हालांकि कुछ ग्रामीण जहर खा लेने की वजह से मौत होने की बात भी कह रहे हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार भोर में परिजन शवों को लेकर महुली क्षेत्र के बारीडीहा गांव के पास जंगल में स्थित कुआनो नदी के घाट पर पहुंच गए थे। दोनों शवों को जला रहे थे। वहां बड़ी संख्या में ग्रामीण भी थे।
इसी बीच किसी ने घटना की जानकारी पुलिस को दे दी। घनघटा और महुली एसओ प्रदीप कुमार सिंह और एसआई राम प्रवेश यादव फोर्स के साथ मौके पर पहुंचने ही वाले थे कि परिवार वालों को पुलिस के आने की भनक लग गई और वे अधजला शव छोड़ फरार हो गए। पुलिस ने चिता पर जल रहे दोनों शव को कब्जे में ले लिया।
बताया जा रहा है कि पुलिसिया कार्रवाई तक शव करीब 90 प्रतिशत तक जल चुके थे। पुलिस के अनुसार इस मामले में गांव के प्रधान प्रतिनिधि के भी शामिल होने की बात सामने आ रही है। चिता जलने के स्थान से थोड़ी दूरी पर पुलिस को कुछ चप्पलें और अंग वस्त्र मिले हैं। घनघटा पुलिस ने दोनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसपी डॉ. कौस्तुभ ने कहा है कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। आरोपितों को जल्दी ही गिरफ्तार भी कर लिया जाएगा।