बेगूसराय, देशज न्यूज । वर्ष 2007 में विश्व बैंक की आर्थिक सहायता से शुरू किए गए बिहार रूरल लाइवलिहुड प्रोजेक्ट (जीविका) के बेगूसराय का मॉडल अब आंध्र प्रदेश में लागू किया जाएगा। इससे वहां कि महिलाओं को भी अपने परिवार का समग्र उत्थान करने में मदद मिलेगी। यह निर्णय आंध्रप्रदेश महिला अभिवरुद्धि सोसायटी (एपीएमएएस) के बारह सदस्यीय दल ने बेगूसराय जिला के मंसूरचक प्रखंड में अलग-अलग जगह भ्रमण कर जीविका दीदीयों के स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता विषयों पर मौजूदा स्थिति से संबंधित जानकारी हासिल करने के बाद लिया है। यह जानकारी आंध्र प्रदेश से आई एपीएमएएस की टीम के सदस्यों ने दी।
बैठक में सदस्यों की रुचि, पारिवारिक आहार विविधता अभियान, पूरक आहार तथा किचन गार्डेन जैसे स्वास्थ्य से जुड़े विषय को जानने की को कोशिश कर रही है। बेगूसराय जिले में जीविका के स्वास्थ्य एवं पोषण विषय पर संचालित कार्यक्रमों को गहराई से जानने तथा इसे अपने राज्य में भी लागू करने के उद्देश्य से आये टीम के सदस्यों ने लाभुकों के घर जाकर माताओं एवं उसके नौनिहालों का हाल जाना। इसके बाद टीम देवन चौक स्थित पवित्र जीविका समूह के सदस्यों के पास पहुंचे और स्वास्थ्य एवं पोषण विषय पर संचालित कार्यक्रम, गर्भवती, धात्री, स्तनपान कराने वाली महिलाओं के समुचित एवं संतुलित आहार, अन्नप्राशन तथा टीकाकरण जैसे विषयों की जानकारी ली। मौके पर जिला स्वास्थ्य पोषण मैनेजर शोभा साह, क्षेत्रीय समन्वयक अभिजीत कर्ण एवं सामुदायिक समन्वयक पूजा कुमारी, आरती कुमारी, सरिता कुमारी समेत कई जीविका कर्मी मौजूद रहे।