नई दिल्ली, देशज न्यूज। शिवसेना सांसद संजय राउत (Shiv Sena) ने सोमवार को कहा कि पहले नीतीश कुमार नीत बिहार सरकार को ‘लव जिहाद’ के खिलाफ कानून लाने दें, उसके बाद महाराष्ट्र सरकार इस संबंध में विचार करेगी। राउत ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेता ‘लव जिहाद’ के खिलाफ कानून की मांग कर रहे हैं।
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने पिछले सप्ताह कहा था कि देश में ‘लव जिहाद’ की घटनाएं हो रही हैं और ऐसे में इससे निपटने के लिए कानून बनाना उचित है। भाजपा शासित कुछ राज्यों ने इस तथाकथित ‘लव जिहाद’ को रोकने के लिए अपनी-अपनी योजनाओं की घोषणा की है।
राउत ने कहा कि संभवत: भाजपा पश्चिम बंगाल में आसन्न विधानसभा चुनावों के मद्देनजर इस मुद्दे को उछाल रही है। राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के कुछ प्रमुख भाजपा नेता पूछ रहे हैं कि (राज्य में) कब ‘लव जिहाद’ के खिलाफ कानून बनाया जाएगा। मैंने आज सुबह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इसपर बात की।’’
शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस मुद्दे पर हम सिर्फ यह कहना चाहते हैं कि पहले (भाजपा शासित) उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में कानून बनने दें। लेकिन, जब बिहार में कानून बनेगा, जब नीतीश कुमार जी इसे बनाएंगे, तब हम उसका समग्रता में अध्ययन करेंगे।’’ राउत ने कहा, ‘‘उसके बाद हम महाराष्ट्र में इसपर विचार करेंगे।’’
कराची की बात करने से पहले पीओके को वापस लाएं फडणवीस
शिवसेना के सांसद संजय राउत ने सोमवार को कहा कि कराची को भारत का हिस्सा बनाने की बात करने के पहले पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को वापस लेना चाहिए। भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राउत ने यह बात कही। फडणवीस ने कहा है कि उनकी पार्टी पार्टी का मानना है कि कराची एक दिन भारत का हिस्सा होगा। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस के बयान के कुछ दिन पहले शिवसेना के एक कार्यकर्ता ने मुंबई में ‘कराची स्वीट््स’ के मालिकों को इसका नाम बदलने को कहा था।
उस समय राउत ने कहा था कि ‘कराची स्वीट्स का नाम बदलने की मांग शिवसेना का आधिकारिक रूख नहीं है । राउत ने सोमवार को कहा कि शिवसेना कराची को भारत का हिस्सा बनाने का स्वागत करेगी लेकिन साथ ही जोड़ा कि पहले भारत को पीओके लेना चाहिए। ‘कराची स्वीट््स’ का नाम बदलने को लेकर शिवसेना के कार्यकर्ता की मांग के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा, ‘‘हम अखंड भारत में विश्वास करने वाले लोग हैं और हमारा मानना है कि एक दिन कराची भारत का हिस्सा होगा।’’