नई दिल्ली, देशज न्यूज। इंटरपोल ने सभी 194 सदस्य देशों को जारी किए गए ‘ऑरेंज नोटिस’ में चेतावनी दी है कि कोविड-19 (Coronavirus) और फ्लू के नकली टीकों का उत्पादन, चोरी और अवैध प्रचार किया जा सकता है।
इंटपोल की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया, “इसमें नकली टीके के प्रचार, बिक्री और ऐसे टीके लगाने संबंधी अपराध भी शामिल हैं।”
बता दें, सार्वजनिक सुरक्षा पर गंभीर खतरे वाले व्यक्ति, वस्तु या आयोजन की चेतावनी देने के लिए इंटरपोल ‘ऑरेंज नोटिस’ जारी करता है। भारत में सीबीआई, इंटरपोल के साथ तालमेल कर काम करती है।
यह चेतावनी ऐसे समय आई है जब ब्रिटेन, पश्चिमी देशों में पहला देश बन गया है जिसने कोविड-19 के एक टीके को मंजूरी दी है। इस टीके को लेकर दावा किया गया है कि यह टीका कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 95 प्रतिशत तक कारगर रहा है। खास बात यह है कि यह वैक्सिन फिलहाल भारत को मिलने जा रही है।
इस आशंका को देखते हुए इंटरपोल ने पुलिस विभागों से “आपूर्ति श्रृंखला” यानी सप्लाई चैन को सुरक्षित करने को कहा है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय संगठन ने नकली उत्पाद बेचने वालीं अवैध वेबसाइट की पहचान करने को भी कहा है।
इंटरपोल के महासचिव जुरगेन स्टॉक ने एक वक्तव्य में कहा, “अपराधी गिरोह नकली वेबसाइट और फर्जी इलाज के दावों से लोगों को निशाना बना सकते हैं। इससे लोगों के स्वास्थ्य और उनके जीवन को खतरा हो सकता है।” अधिकारी ने कहा, “यह आवश्यक है कि कानून व्यवस्था की एजेंसियां कोविड-19 के टीके से संबंधित आपराधिक कृत्यों के लिए तैयार रहें, इसलिए इंटरपोल ने यह चेतावनी जारी की है।”
आशंका की शुरूआत वहां से होती है जहां से टीके के रखरखाव से जुड़ी सावधानियां बरतने की बात सामने आती है। चूंकि इस टीके को शून्य से 70 डिग्री नीचे के तापमान पर रखना होगा और इसे विशेष बक्से में एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जाएगा। एक बार आपूर्ति हो जाने पर इसे पांच दिनों तक फ्रिज में रखा जा सकता है।
ब्रिटिश सरकार ने कहा कि उसे यकीन है कि फाइजर-बायोएनटेक टीके के वितरण के लिए शीत भंडारण केंद्रों के संबंध में कोई समस्या नहीं होगी। फ्रिज में भंडारित करने पर इसे दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान पर पांच दिन तक रखा जा सकता है। यही से चूक होने की संभावना बनती है।