दरभंगा, देशज टाइम्स। दरभंगा डीटीओ कार्यालय घूसखोरी, दलालों का अड्डा बन गया है। यहां आए दिन मारपीट होती है। खून-खराबा होता है मगर जिला प्रशासन इस ओर आंखें मूंदे बैठा है। लोग सवाल पूछ रहे हैं। आखिर इस नरक से भरी व्यवस्था को बदलेगा कौन। जिला प्रशासन या सरकार या फिर खुद डीटीओ कार्यालय।
इस कार्यालय को पैसा कमाने से फुर्सत है नहीं। जिला प्रशासन को इन दिनों पानी से उबरने में पसीने छूट रहे हैं मगर साहेब डीटीओ कार्यालय का यह रोग बेहद पुराना है।
जड़ में है उसके जर्जर भवनों में है उसके जर्जर कर्मचारियों में है उसके अधिकारियों में है। सुशासन की सरकार में डीटीओ कार्यालय को अगर लूटने का अड्डा बनाकर छोड़ दिया गया तो कहां हैं शहर के नवनिर्वाचित सांसद महोदय क्यों नहीं देखते जमीनी हकीकत क्यों नहीं सुधार की दिशा में जा रहा डीटीओ कार्यालय।