दरभंगा, देशज न्यूज (Deshaj News)। दरभंगा भी शाहीन बाग की तरह एनआरसी, सीएए के खिलाफ आग उगल रहा है। सोमवार को कर्पूरी चौक पर तीन दिवसीय धरना के पहले दिन संविधान बचाओ संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले हजारों की संख्या में लोग जुटे। एनआरसी,सीएए, एनपीआर बिल के विरोध में सीपीआई (एम) नेता गोपाल ठाकुर की अध्यक्षता में धरना देते लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के दरभंगा जिलाध्यक्ष डॉ. अब्दुस्सलाम खान ( मुन्ना खान) ने धरना स्थल पर नारा लगाते कहा, नागरिकता संशोधन बिल वापस लो, गरीबों को नागरिकता छीनने वाली एनआरसी वाली बिल वापस लो, संविधान के मौलिक संरचना से खिलवाड़ बंद करो, धार्मिक आधार पर नागरिकता का निर्धारण नहीं चलेगा। जिलाध्यक्ष डॉ. अब्दुस्सलाम खान ने कहा, भारत के गंगा जमुनी संस्कृति पर हमला बंद करो।
सभा को दरभंगा जिला खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला मंत्री दिलीप भगत, भाकपा माले के बड़े नेता आरके सोनी, राजद के रमाशंकर सहनी, आम आदमी पार्टी के फवत गजाली, इंकलाबी नौजवान सभा के केसरी कुमार यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सीताराम चौधरी, सीपीआईएम जिला मंत्री अविनाश कुमार ठाकुर मंटू, सामाजिक कार्यकर्ता धीरेंद्र झा बादल, सैयद तनवीर अलम, अब्दुल समद, एसयूपीआईसी के जिलासचिव लाल कुमार, चुनमुन यादव, राजा अंसारी, मो. दिलशाद, पप्पू सरदार ने भी सभा को संबोधित किया।
वक्ताओं ने कहा, इस कला कानून का प्रयोग असम में हुआ है। इसमें 19 लाख परिवार परिवारों को नागरिकता खारिज किया गया है। उसमें लगभग 14 लाख हिंदू परिवार शामिल है। बिहार के 55000 परिवार में दरभंगा के गीत 2000 प्रभावित हुआ है। अगर पूरे देश में इस काला कानून लागू हुआ तो दलित, पिछड़ी, अल्पसंख्यक,आदिवासी, गरीब, वह मजदूर वर्गों के करोड़ों करोड़ों परिवार को नागरिकता खत्म करने की साजिश है।
वक्ताओं ने कहा, आज देश महंगाई की मार झेल रहा है। बेरोजगारों आज चौराहे पर खड़े हैं। गरीब-भुखमरी, स्वस्थ व कुपोषण जैसे सवालों से देश गुमराह सरकार सरेआम सार्वजनिक क्षेत्रों जैसे रेल बीमा जहाज, स्टेशन, स्टेशनों, लाल किला, जैसे धरोहर बेचने पर आमादा हैं। कश्मीर में इंटरनेट बंद कर देने पर 93 अरब का नुकसान हुआ। इसमें भारत को अरबों अरब का नुकसान हुआ हैं। नुकसान हो रहा है।
पूरे देश में इस काला कानून के वापसी के लिए देश के साथ 60 हजार केंद्रों पर करोड़ों करोड़ लोग इस आंदोलन में शिरकत कर रहे हैं। वक्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा,सरकार तत्काल इस काला कानून को वापस ले नहीं तो आने वाले दिनों में नितीश और मोदी सरकार को सत्ता से वापस कर दिया जाएगा यह विशाल धरना जारी है। इसमें इंसाफ पसंद दरभंगा के नागरिकों को लाभ लेने का अपील किया गया।
शाहीन बाग बना दरभंगा उगल रहा NRC,CAA,NPR के खिलाफ आग, सर्वदलीय तल्खी में नारेबाजी