पटना, देशज न्यूज। पिछले कुछ महीनों से राजद के वरिष्ठ नेता नीतीश को महागठबंधन में लाने की बात कई बार कर चुके हैं। अभी तक तो वह मुख्यमंत्री को निमंत्रण ही दे रहे थे जिसे खुद उनकी पार्टी के कई नेता और स्वयं तेजस्वी यादव ने सिरे से नकार दिया था परन्तु अब वह पार्टी के अन्दर उनके विचारों का विरोध करने वालों से लड़ने-भिड़ने के लिए भी तैयारी कर रहे हैं।
अपने ही दल राजद में उनकी बात सुनी नहीं जाती व पार्टी के नेता उन्हें दरकिनार भी कर देते हैं लेकिन उसके बावजूद राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह एक बात को बार-बार उठाते हैं। उनकी स्पष्ट राय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को महागठबंधन में लाया जान चाहिए. मकर संक्रांति से एक दिन पहले मंगलवार को उन्होंने कहा कि नीतीश को लाने के लिए अगर उन्हें अपनी पार्टी में लड़ाई लड़नी पड़ी तो वह उसके लिए भी तैयार हैं।
अभी कुछ दिन पहले ही सिंह ने पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद को एक चिठ्ठी लिखी थी जिसमें उन्होंने पार्टी के कार्य कलाप पर उंगली उठाई थी और चुनावी वर्ष में कोई सांगठनिक तैयारी नहीं करने पर विरोध जताया था . उनका इशारा बिहार राजद के अध्यक्ष जगदानंद सिंह की तरफ था. पार्टी के अन्दर कार्यशैली सुधारने और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के नाम पर सिंह ने कई सुझाव भी दिए थे लेकिन यह पता नहीं चल सका कि उस पर क्या प्रतिक्रिया हुई लेकिन दल के अन्दर का कलह ज़रूर सामने आ गया. तेजस्वी ने केवल इतना कहा कि यह अच्छी बात है कि उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखा है यह पार्टी के लिए शुभ संकेत है और पार्टी के अन्दर लोकतंत्र जिंदा है यह उसका भी सुबूत है।
यह भी एक संयोग है कि जब भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सिंह नीतीश की महागठबंधन में एंट्री की बात करते हैं ,तुरंत ही पार्टी के नेता तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री के विरोध में मुखर हो जाते हैं।आज उन्होंने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा, नीतीश सत्ता के लिए अपने सिद्धांतों से समझौता कर रहे हैं. तेजस्वी ने नीतीश की तुलना एक अहंकारी कपटी भगवन से की। उन्होंने कहा कि नीतीश ने जनादेश और सिद्धांतों को गिरवी रख कर अपनी विचारधारा से समझौता कर लिया है।
इससे पहले भी जब -जब रघुवंश सिंह ने नीतीश को महागठबंधन में लेने की बात कही तो तेजस्वी और तेज प्रताप यादव दोनों ने ही नो एंट्री का बोर्ड लगा दिया था. अभी कुछ दिन पहले विधायक भाई वीरेन्द्र ने नीतीश के साथ किसी तरह के मेल से बिकुल इंकार किया था. रघुवंश सिंह के बयान का जवाब देते हुए उन्होंने कहा था, यह बिल्कुल असंभव है। उन्होंने साफ कहा कि भविष्य में नीतीश कुमार के साथ किसी तरह का गठबंधन नहीं होने जा रहा है। राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेन्द्र ने कहा, भविष्य में जदयू और राजद का कोई भी गठबंधन नहीं होने जा रहा है और अगर भूल से भी यह होता है तो दोनों पार्टियों का बंटाढार हो जाएगा।नीतीश को महागठबंधन में लाने के लिए अपनी पार्टी से लड़ेंगे RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुबंश