मनोरंजन,दरभंग, देशज टाइम्स। यह कयास उसी दिन से लग रहा था जब दरभंगा में एनआरसी के विरोध में राजद का महासंग्राम था। जानकारों ने उसी दिन आशंका जताई, शायद राजद के केवटी विधायक डॉ. फराज फातमी अपनी पार्टी से नाराज चल रहे हैं।उस दिन की उनकी दूरी आज नीतीश के सामीप्य में आकर फूट पड़ा।
मौका था वशिष्ठ नारायण सिंह के मकर संक्रांति पर भोज का लेकिन फातमी ने अपने पिता अली अशरफ फातमी से आशीर्वाद लेकर पहुंचे थे, लिहाजा उन्होंने जमकर नीतीश का गुणगान किया। एनआरसी पर जमकर अपने युवा नेता तेजस्वी पर हमलावर हुए।
जानकारी के अनुसार, जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह की ओर से बुधवार को आयोजित दही-चूड़ा भोज में दरभंगा के केवटी से आरजेडी विधायक डॉ. फराज फातिमी भी शामिल हुए। उनके पहुंचते ही बिहार की सियासी सरगर्मी बढ़ गई। कारण, फराज भी अपने पिता के नक्शेकदम पर चल पड़े हैं। बड़े वाले अली पहले ही नीतीश के साथ हैं। अब छोटे वाले फातमी के करीबी हो जाने से सियासत की हवा दही के जमते ही हॉट हो गया।
अली अशरफ फातमी कभी लालू प्रसाद के बेहद करीबी थे। दरभंगा से सांसद व केंद्रीय मंत्री भी रहे। मगर, पिछले साल तेजस्वी की कार्यशैली से नाराज होकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आस्था जताया। जेडीयू का दामन थाम लिया। उनके पुत्र फिलहाल आरजेडी में ही हैं। केवटी के विधायक हैं।
जेडीयू के दही-चूड़ा भोज में आरजेडी विधायक फराज फातमी की जैसे ही इंट्री हुई, बवेला मच गया। डॉ. फातमी ने आते ही राजद नेतृत्व को पटकनी देते जमकर राजद पर निशाना साधा। अपनी नाराजगी जताते तेजस्वी पर यहां तक कह दिया,’मुझे नहीं पता तेजस्वी यादव एनआरसी के खिलाफ रैली क्यों निकाल रहे हैं? उन्होंने नीतीश की तारीफ करते कहा, जब मुख्यमंत्री ने ने साफ कह दिया है, प्रदेश सरकार इसे राज्य में लागू नहीं करेगी। फिर ये हंगामा क्यों। उन्होंने नीतीश का गुणगान गाते कहा, ‘बिहार में नीतीश कुमार से बड़ा कोई चेहरा नहीं है और वह केवल 2020 में सरकार बनाएंगे। ऐसे में कयास यही है, दही चूड़ा के खत्म होते ही फराज भी लालटेन को बुझा देंगे। तीर थाम लेंगे। केवटी विधायक फराज बुझा देंगे लालटेन,जाएंगें जदयू में,लगाई तेजस्वी को लताड़,नीतीश का गान