दरभंगा, देशज न्यूज (Deshaj News)। दिल्ली मोड़ स्थित दरभंगा पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं को बाॅलीवुड फिल्म निर्देशक अविनाश दास से रू-ब-रू होने का मौका लगा। मौका था स्कूल परिसर में आयोजित इंटरऐक्टिव सेशन का। इस दौरान छात्रों को संबोधित करते बाॅलीवुड फिल्म निर्देशक अविनाश दास ने कहा, संघर्ष एक सत्य है जो हर करियर में सामने आता ही है। उन्होंने अपने जीवन से जुड़े अनुभवों को साझा करते हुए बताया,अपना बचपन दरभंगा में बिताते वक्त उन्होंने कभी यह कल्पना नहीं की थी, वो जीवन में कभी बाॅलीवुड की फिल्में निर्देशित करेंगे। लेकिन भाषा, साहित्य व नाट्य की ओर जो रूझान था, वो स्वतः ही पहले पत्रकारिता व फिर टेलीविजन के रास्ते एक दिन उन्हें बाॅलीवुड ले आया।
अपने बीच आमिर खान के टेलीविजन शो सत्यमेव जयते के मुख्य करस्पोन्डेन्ट व दो वर्ष पूर्व स्वरा भास्कर अभिनीत फिल्म ’’अनारकली ऑफ आरा’’ के निदेशक के रूप में कार्य कर चुके बाॅलीवुड फिल्म निर्देशक अविनाश दास को पाकर दिल्ली मोड़ स्थित दरभंगा पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं की खुशी देखी नहीं जा रही थी। फिर क्या था, छात्र-छात्राओं ने अपने मन की खुशी को जाहिर करते कई सवाल निदेशक श्री दास से पूछे।
अपने अंदर चल रहे संघर्ष पर विजय प्राप्त करने से मिलेगी जिंदगी की खुशियां
छात्रों के सवालों के जवाब देते अविनाश दास ने कहा, कड़ी मेहनत का दुनिया में कोई विकल्प नहीं है। जब आप लीक से हटकर कोई काम करना चाहते हैं। सबसे पहले आपको अपने अंदर चल रहे संघर्ष पर विजय प्राप्त करनी होती है। अच्छी किताबें व अच्छी फिल्में भी शिक्षा का एक ऐसा अभिन्न हिस्सा है जो औपचारिक शिक्षा समाप्त होने के बाद भी जिंदगी भर आपको दिशा प्रदान कर सकती हैं।
छात्र अमृत राघवानी ने पूछा, फिल्मी गीतों के स्तर गिर रहे हैं…!
इंटरऐक्टिव सेशन में नवीं कक्षा के छात्र अमृत राघवानी के फिल्मी गीतों के गिरते स्तर पर उठाए प्रश्न के जवाब में अविनाश ने उदाहरण देते कहा, कैसे चार-पांच दशक पूर्व साहिर लुधियानवी, कैफी आजमी व नीरज जैसे गीतकार सामाजिक आंदोलन का हिस्सा रहते हुए फिल्मों के गीत रच रहे थे। यही सामाजिक चेतना उनके शब्दों में झलका करती थी। इसीलिए वो जीवन के पहलुओं को बेहतर व स्तरीय तरीके से कागज पर उतारा करते थे।
कामयाब लोगों से मिलना छात्रों के विस्तारित सोच के लिए जरूरी : विशाल गौरव
इंटरऐक्टिव सेशन के दौरान थियेटर के मंझे कलाकार प्रकाश बंधु व दरभंगा के पहले म्युजिकल बैंड रिबेलियन के सूत्रधार अतुल नरेंद्र भी मंचासीन रहे। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए स्कूल प्रबंधन से विशाल गौरव ने बताया, अलग-अलग क्षेत्रों से कामयाब लोगों से रू-ब-रू होने पर छात्रों को न केवल सोच में विस्तार मिलती है, बल्कि वो भी सकारात्मक दिशा में प्रयासरत रहने के लिए प्रेरित होते हैं।दरभंगा पब्लिक स्कूल पहुंचे बाॅलीवुड निर्देशक अविनाश दास, छात्रों को दिए तरक्की के टिप्स