देशज टाइम्स EXCLUSIVE REPORT। बिहार में फिर अपहरण के प्रोफेशनल गैंग सक्रिय हो गए हैं। गैंग में शातिर हिस्ट्रीशीटरों की फौज है। इनका कनेक्शन बिहार के बाहर अन्य प्रदेशों से भी हाल में हुए अपहरण कांड से जुड़ रहे हैं। इनके टारगेट पर व्यवसायी व खास लोग हैं। बिहार से बाहर भी इनके तार जुड़ने से सरकारी पुलिस की भौं तन गई है। वहीं, रायपुर से एक बड़े व्यवसायी की अगवा मामले में पहुंची विशेष टीम लगातार दबिश बनाए हुए है। इधर, बिहार में फिर अपहरण का खेल शुरू होने से जंगलराज की आहट सुनाई पड़ रही है।
पिछले चार दिनों के भीतर राजधानी में क्राइम क्राम-क्राम कर रहा है। अंदाजा पिछले 58 घंटे में तीन ताबड़तोड़ अपहरण से लगाया जा सकता है। वहीं, रायपुर में एक बड़ा खुलासा हुआ है। वहां के बड़े उद्योगपतियों में से एक कमल सारडा के भतीजे लोहा कारोबारी प्रवीण सोमानी का अपहरण बिहार के प्रोफेशनल गैंग ने की है।
अपहरण की फूल प्रूफ प्लानिंग हफ्ते भर पहले बिहार के शातिर हिस्ट्रीशीटरों ने बनाई थी। इसके बाद वहां के डीजीपी डीएम अवस्थी के निर्देश पर प्रवीण की तलाश में आठ अलग-अलग टीमें गठित कर झारखंड व बिहार भेजा गया है। पुलिस का दावा है,पुलिस को बिहार के सुल्तानपुर के एक पेशेवर गिरोह पर अपहरण करने का शक है। गिरोह के दो लोगों के फुटेज घटनास्थल के अलावा फैक्टरी के बाहर से मिले। दोनों की शिनाख्त कर ली गई है।
इससे पहले भी,बिहार के बेगूसराय जिले में बेखौफ अपराधियों ने दिनदहाड़े किराना व्यवसायी पृथ्वी चौधरी का अपहरण कर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। इधर, पिछले चार दिनों में बक्सर के चौसा से दूसरी बार चुनाव जीतकर पैक्स अध्यक्ष बने मनोज कुमार कुशवाहा के 18 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार का पटना में अपहरण कर लिया गया।
मनीष पटना के पाटलिपुत्र इलाके में एक ऑनलाइन परीक्षा केंद्र पर जेईई मेंस की परीक्षा देने आया था। परीक्षा देकर लौटने के दौरान एक लाल गाड़ी में अपराधियों ने जबरदस्ती उसे बैठा लिया। इसका चार दिनों बाद भी कोई सुराग नहीं लगा है।
इसके बाद, पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र से ही पान दुकानदार दीपक कुमार को दस लाख की फिरौती के लिए अगवा कर लिया गया। इस बीच, दानापुर से स्वर्ण व्यवसायी न्यू मैनपुरा खरंजा रोड में मां अलंकार ज्वेलर्स के मालिक मुकेश कुमार गुप्ता ऊर्फ डब्लू को अगवा कर लिया गया।
मुकेश की बाइक लेकर उनकी दुकान पर आए व्यक्ति ने 1.75 लाख के गहने ले लिए, लेकिन घटना के बारे में उनके परिवारवालों को भनक तक नहीं लगी। इसके बाद से उनका मोबाइल बंद आने लगा। तब भाई राकेश ने दानापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया, अपहरण का मुकदमा दायर कर लिया गया है। व्यवसायी ने खुद कॉल करके गहने मंगाए थे। फिरौती की बात अब तक सामने नहीं आई है। वहीं, दरभंगा के सिंहवाड़ा प्रखंड के उत्तरी पंचायत निवासी व बड़े व्यवसायी विष्णुदेव भारती के छोटे पुत्र 37 वर्षीय रमण कुमार ठाकुर ऊर्फ चुन्नू की पिछले सात दिनों से कोई अता-पता नहीं है।
उसका अपहरण सिंहवाड़ा अपने ज्वेलरी दुकान से दरभंगा जाने के दौरान हो गया था। एक सप्ताह बीत गए, लेकिन उसका कहीं कोई खोज-खबर नहीं है।
इस बीच पूरे प्रदेश के स्वर्ण व्यवसायी संघ ने एसएसपी बाबूराम से मिलकर जल्द बरामदगी की मांग की है। वहीं, 17 जनवरी को बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय दरभंगा आ रहे हैं। संभव है, अपहरण पर विशेष चर्चा हो। हद यह, इससे पहले भी पश्चिम बंगाल के कारोबारी तेजपाल सिंह को पटना के दानापुर में एक अपार्टमेंट में 33 दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया था। पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी थी। बिहार के अपहरणकर्ताओं ने पौने तीन करोड़ रुपए की मोटी रकम लेने के बाद उसे रिहा किया था। हैरानी की बात यह, दोनों ही राज्यों की पुलिस को इस बात की भनक तक नहीं लगी थी।
बिहार में फिर अपहरण के प्रोफेशनल गैंग, जुड़े हैं अंतरराज्यीय कनेक्शन, टारगेट पर कारोबारी