बिरौल,देशज टाइम्स ब्यूरो। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने लोगों के जरूरत की सामग्री उपलब्ध कराने के साथ-साथ समय व तिथि भी निर्धारित कर रखा है। लेकिन प्रशासन की उस छूट को आजादी समझ कर क्षेत्र के 75 फीसद लोग काफी उत्साह के साथ घरों मे रहने के बदले आज से तीन माह पूर्व की तरह सड़कों पर उतर आए हैं।
ऐसे लोगों को कोरोना जैसे महामारी का तनिक भी भय नहीं,तभी तो पुलिस गश्ती बाजार से बाहर निकलते ही प्रतिबंधित दुकानें खुल जाती हैं और सैकड़ों की संख्या में लोग सड़कों से लेकर दुकानों के अंदर खरीदारी करने प्रवेश कर जाते हैं। इस दौरान इन दुकानदार अपने दुकानों के अंदर किसी तरह का कोई परहेज भी नहीं रखते।
दो दिनों से जिस प्रकार बाजार मे जाम की समस्या उत्पन्न होने लगी है जो वर्तमान समय में अनुशासन हिनता का परिचय देने के बराबर है। ऐसे लोगों को जानना चाहिए कि प्रशासन के अधिकारी आखिर किसकी जान बचाने के लिए शख्ती करने व समझाने आते हैं। जिस प्रकार अचानक लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है उससे ऐसा लगने लगा है कि जिला प्रशासन की ओर से जारी निर्देश का आम लोगों के साथ-साथ प्रतिबंधित सभी प्रकार के दुकानदार इसे मजाक बना कर रख दिया है। जो खबर के साथ लगी तस्वीर अपने आप में एक प्रमाण है। इतना ही नहीं देशज टाइम्स के पास इसका वीडियो भी उपलब्ध है।
क्षेत्र के गणमान्य लोगों, उमाशंकर प्रसाद, गणेश झा, लक्ष्मी सहनी, राजकुमार अग्रवाल, मुखिया शत्रुघ्न सहनी, मुखिया संघ के उपाध्यक्ष मो.इम्तियाज, पूर्व मुखिया मो.अबुलहयात सहित कई लोगों ने देशज टाइम्स को बताया कि इस संकट की घड़ी में सभी को जिला प्रशासन की ओर से जारी आदेश का सम्मान करना चाहिए। घरों में रहना चाहिए,अति आवश्यक पड़ने पर ही घरों से बाहर निकलना चाहिए,जो नहीं दिख रहा है।
देशज टाइम्स तस्वीर बोलती है: तीन माह पूर्व की तरह फिर से बदलता सुपौल बाजार का माहौल। जाम ही जाम।