गौड़ाबौराम रिपोर्टर, बिरौल अनुमंडल डेस्क, देशज टाइम्स ब्यूरो। कहते हैं जहां चाह है वहीं राह है। जिले के गौड़ाबौराम विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कसरौर-बसौली पंचायत के बसौली गांव के युवाओं ने अपनी मर्जी अपनी दुनिया बसा ली। खुद के दम पर यहां के युवाओं ने चचरी पुल बनाकर सरकार के वायदों, नेताओं की लंबी चौड़ी फेहरिस्त की हवा निकाल दी। Basauli gaon ke
दरअसल, गौड़ाबौराम विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कसरौर-बसौली पंचायत के बसौली गांव से लगमा होते हुए बिरौल अनुमंडल को जाने वाली सड़क आज भी बद से बदर स्थिति में है। वह भी तब जबकि इस सुशासन की सरकार में स्थानीय विधायक बड़े मंत्री पद पर सुशोभित हैं। लेकिन इन्हें यहां के स्थानीय वाशिन्दों के सुख-दुख से कोई वास्ता नहीं है। इन्हें तो मतलब बस वोट लेने भर से होता है।Basauli gaon ke जानकारी के अनुसार, कसरौर-बसौली पंचायत का बसौली गांव अपने पड़ोस के कसरौर गांव की अपेक्षा काफ़ी पिछड़ा हुआ है। अभी इस गांव में भी बाढ़ ने दस्तक दे दी है। यहां की मुख्य सड़क जो इस गांव से होकर बिरौल अनुमंडल तक जाती है, बाढ़ के पानी से टूट गई है।Basauli gaon ke
अब इस पार रहने वाले लोग उस पार कैसे जाएं। इस बात को लेकर यहां के ग़रीब किसानों में जबर्दस्त हताशा की भावना व्याप्त थी। क्योंकि मवेशियों का चारा उस पार से ही लाना होता है। हालांकि संबंधित मुखिया ने इस जगह पर कई बार मिट्टी भराई का काम करवाया। लेकिन हर बार उनकी यह पहल तात्कालिक ही साबित होती रही, इससे समस्या का स्थयी समाधान नहीं हुआ।Basauli gaon ke लिहाजा स्थानीय लोग अब एक मजबूत सड़क चाहते हैं। फिलहाल इस मसले का हल निकालने के लिए यहां के युवाओं ने कमर कसी और बांस व बल्ले की मदद से चचरी का पुल बना डाला।Basauli gaon ke
इस पुल को बनाने में स्थानीय लोगों का भरपूर सहयोग रहा। गांव के स्थानीय युवक बताते हैं, यहां के प्रशासनिक पदाधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक का अबतक इस गांव के प्रति रवैया उदासीन ही रहा है। पूरा सिस्टम ही फेल है।Basauli gaon ke