दरभंगा,देशज टाइम्स ब्यूरो । ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय का छात्र नेता सम्मेलन मंगलवार को आभासी माध्यम से संपन्न हुआ। इस सम्मेलन का उद्घाटन स्थानीय मिश्रटोला मोहल्ला स्थित अभाविप कार्यालय में किया गया।
उद्घाटन में मुख्य रूप से विश्वविद्यालय संयोजक पिंटू भंडारी, विभाग संयोजक सुमित सिंह, विभाग संगठन मंत्री हेमंत मिश्रा, जिला संयोजक मणिकांत ठाकुर उपस्थित थे। इसमें मुख्य अतिथि राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्रीनिवास ने कहा, बिहार के छात्रों में अद्भुत प्रतिभा है। लेकिन दुर्भाग्यवश बिहार के छात्रों को अपनी प्रतिभा बिहार में दिखाने का उचित अवसर नहीं मिलता है।
सीमित संसाधनों में बिहार के छात्र व युवाओं ने पूरे भारत को सींचने का कार्य किया है। हरेक राज्य की तरक्की में बिहारी छात्रों का भी भरपूर योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार ज्ञानियों की भूमि रही है और सदैव देश की दशा-दिशा तय करने का कार्य किया है। अगर हम बिहार के भूमि से उपजे छात्र आंदोलनों की बात करें, तो जयप्रकाशजी को लोकनायक बनाने का श्रेय यहाँ के छात्रों को ही जाता है। ख़ासकर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के चारों जिला की बात करें तो यहां के छात्रों ने इस कोविड-19 भयंकर त्रासदी के दौरान भी सेवा का कार्य जारी रखने का कार्य किया। जो अपने आप में पूरे बिहार में अनूठा मिसाल है।
बिहार प्रांत सह संगठन मंत्री अजीत उपाध्याय ने कहा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् समाज में अपने कार्य कौशल और कार्यकुशलता के बदौलत ही जानी जाती है। इस कोविड-19 के काल में भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता पूरे विश्वविद्यालय क्षेत्र अंतर्गत सभी जिलों में सभी कस्बों में सक्रिय रहे। अगर हम एस टी इ टी के बाद बिहार में उपजे छात्रों के आक्रोश को भी देखें तो इस आंदोलन को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने एक नई दिशा और दशा देने का कार्य किया है।
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि छात्र संघ अपने उद्देश्यों को सफल बनाने के लिए छात्रहित में अनवरत संघर्ष कर छात्रों को अधिकार दिलाने का काम मिथिला विश्वविद्यालय में करती आई है। जिसके परिणामस्वरूप आम छात्रों के सहयोग से लगातार तीसरी बार विद्यार्थी परिषद ने मिथिला विश्वविद्यालय में छात्र संघ का पूरा का पूरा पैनल जीतने में सफलता प्राप्त की ।