आरा, देशज न्यूज।वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा के कुलपति प्रो.डॉ. देवी प्रसाद तिवारी के लगातार भ्र्ष्टाचार पर किये जा रहे चोट से कई सम्बद्ध कॉलेजो में बतौर जनप्रतिनिधि सदस्य के (Public outcry against JLC’s MLC’s reputation) रूप में नियुक्त एक बिहार विधान परिषद के सदस्य की कथित नींद उड़ गई है।
बिहार विधान परिषद के सदस्य संजीव श्याम सिंह की तिलमिलाहट इतनी बड़ी हुई है कि वे बिहार के राज्यपाल सह राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति को कई कई पन्नो के पत्र भेजकर कुलपति पर (Public outcry against JLC’s MLC’s reputation) आरोप लगाने में जुट गए हैं।
बिहार विधान परिषद के सदस्य संजीव श्याम राज्यपाल और कुलाधिपति को अपने लंबे लम्बे पत्रों में ये नही बताते हैं कि वह किस कदर विवि की सिंडिकेट की बैठक में कई सिंडिकेट सदस्यों की मौजूदगी में कुलपति के खिलाफ कथित अमर्यादित टिप्पणी करते हैं।सदस्यों की भरी बैठक में अपने मनमाने कार्य नही होने पर अपना आपा (Public outcry against JLC’s MLC’s reputation) खो बैठते हैं और गाली गलौज की भाषा पर उतारू हो जाते हैं।
बिहार विधान परिषद के सदस्य की सारी तस्वीर कुलपति कक्ष में मौजूद सीसीटीवी में कैद हो चुकी है और राजभवन के पास सीसीटीवी में कैद उनके चेहरे पहुंचेंगे तो विधान पार्षद का रंग (Public outcry against JLC’s MLC’s reputation) बदरंग हो सकता है। अपनी गलतियों को छुपाते हुए कुलपति पर आरोप लगाने वाले विधान पार्षद की छवि लगातार धूमिल होती जा रही है।
वे जिस जनतादल यूनाइटेड के सदस्य हैं और राज्य की सत्ता में काबिज दल की प्रतिष्ठा का जिस तरह से हनन करने में जुटे हुए हैं उससे जदयू की साख पर यहां काफी असर पड़ने लगा है। जदयू नेताओ ने भी दबी जुबान से विधान पार्षद के असंसदीय भाषाओं के इस्तेमाल,अमर्यादित आचरण (Public outcry against JLC’s MLC’s reputation) और सिंडिकेट की बैठक में मनमानी कराने,नही होने पर कथित गाली गलौज की भाषा पर उतारू होने की बात को जदयू की साख और विश्वसनीयता के लिए खतरा बताया है।
नेताओ ने कहा है कि विधान पार्षद संजीव श्याम ने दल में जनाधार बढ़ाया नही और जो जनाधार है उसे भी खत्म करने पर तुले हुए हैं जिसे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद आरसीपी सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से (Public outcry against JLC’s MLC’s reputation) अवगत कराकर इनपर लगाम लगाने की मांग की जाएगी।