patna, dehaj news। विधान परिषद से आज चार सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया। इससे भाजपा का बड़ा भाई अभी भी जदयू ही है। वैसे, सत्रहवीं विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन में भाजपा सर्वाधिक 74 सीट जीत कर सबसे बड़ी पार्टी बन गई है, लेकिन बिहार के उच्च सदन में बड़े भाई की भूमिका में अभी जदयू ही रहेगा।
भाजपा की विधान परिषद में एक सीट सोमवार को विनोद नारायण झा के विधानसभा की सदस्यता ग्रहण के साथ ही रिक्त हो गई। इसी तरह जदयू के दो सदस्य दिलीप राय, और विजय यादव विधायक चुने गए हैं। वहीं, स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र से चुने गए राजद के रीतलाल यादव के विधान सभा सदस्य चुने जाने से एक और पद खाली हो गया। चार सदस्यों ने विधान परिषद से इस्तीफा दे दिया है। सभी इस्तीफे की विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने पुष्टि की है।
कुल 75 सदस्यों वाले विधान परिषद में 17 पद अभी रिक्त हैं। ऐसे में संख्या के हिसाब से सर्वाधिक 21 सदस्य विधान परिषद में जदयू के हैं। वहीं, भाजपा के 18, राजद के छह, कांग्रेस के चार, भाकपा के दो, लोजपा के एक, हम के एक और दो निर्दलीय सदस्य हैं। हालांकि दोनों निर्दलीय अशोक कुमार अग्रवाल और दरभंगा स्नातक सीट से जीत कर आए सर्वेश कुमार भाजपा से जुड़े हैं। दोनों भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य हैं।